आशा सेविकाएं घर-घर जाकर करेंगी बच्चों के स्वास्थ्य की जांच

Asha workers will go door-to-door to check the health of children
आशा सेविकाएं घर-घर जाकर करेंगी बच्चों के स्वास्थ्य की जांच
वर्धा आशा सेविकाएं घर-घर जाकर करेंगी बच्चों के स्वास्थ्य की जांच

डिजिटल डेस्क, वर्धा. बच्चों की घर में ही स्वास्थ की जांच कराने के लिए जिले की 118 ग्रामपंचायतों ने 245 आशासेविकाओं को एचबीएनसी किट उपलब्ध कराई गई है। आशासेविकाओं को जल्द इन किटों का वितरण किया जाएगा। ग्राम पंचायत स्तर पर यह किट उपलब्ध कराने के निर्देश जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी रोहन घुगे ने दिए थे। गौरतलब है कि जिले के ग्रामीण व शहरी परिसर में आशा स्वयंसेविका इस योजना पर अमल कर रही हैं। जिले के ग्रामीण परिसर में 1 हजार 33 आशा स्वयंसेविकाएं इस योजना को प्रभावी रूप से क्रियान्वित करने के लिए कार्यरत हैं। योजना के तहत आशा स्वयंसेविकाओं को विविध स्वास्थ विषयक काम की जिम्मेदारी दी गई है। इसमें एचबीएनसी के तहत घर में ही बच्चों के स्वास्थ की जांच कराई जा रही है। आशा स्वयंसेविकाओं को एचबीएनसी कार्यक्रम के तहत नवजात बालकों के घर जाकर भंेट दी जा रही है। बच्चों को पकड़ने से पहले हाथ धोने का प्रात्यक्षिक, बच्चें का वजन व तापमान लेना। बच्चे को गर्म रखने की पद्धति माताओं को समझाना। श्वसन की गति नापने की जानकारी आशा स्वयंसेविका को देनी है। इसके लिए उनके पास एचबीएनसी किट का होना आवश्यक है। इस किट में डिजिटल घड़ी, डिजिटल थर्मामीटर, वजन-कांटा, छोटे बच्चांे के लिए ब्लैंकेट, फीडिंग चम्मच व साबुन के डिब्बे शामिल हैं। 

समुद्रपुर तहसील में बांटी गई सर्वाधिक किट : जिले की 118 ग्राम पंचायतों ने 245 आशा स्वयं सेविकाओं को एचबीएनसी किट उपलब्ध कराई है। समुद्रपुर तहसील की 71 में से 65 ग्रापं ने 118 आशा स्वयं सेविकाओं को किट उपलब्ध कराई है। हिंगणघाट तहसील के 76 में से 36 ग्राम पंचायतों ने 63 आशा सेविकाओं को किट उपलब्ध कराई गई है।

बच्चों के घर जाकर सही सूचना दें 

रोहन घुगे, मुख्य कार्यकारी अधिकारी जि.प के मुताबिक तहसील की 76 में से 7 ग्रापं की 44 आशा स्वयंसेविकाओं को किट उपलब्ध कराई गई है। अन्य  ग्रापं को किट उपलब्ध कराने पर आशा स्वयं सेविकाओं के लिए नवजात शिशुओं को स्वास्थ सेवा देना आसान हो जाएगा। इससे बालमृत्यु, गर्भपात आदि के प्रमाण कम करने में सहायता होगी। आशा स्वयंसेविकाएं ग्रामीण स्तर पर बच्चों के घर जाकर योग्य मार्गदर्शन व सूचनाएं दें।

Created On :   28 Feb 2023 8:10 PM IST

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