शक्की मिजाज के सहायक ने वकील पर किया धारदार हथियार से हमला और कर ली खुदकुशी   

Assistant attacked on lawyer with a sharp weapon and committed suicide
शक्की मिजाज के सहायक ने वकील पर किया धारदार हथियार से हमला और कर ली खुदकुशी   
शक्की मिजाज के सहायक ने वकील पर किया धारदार हथियार से हमला और कर ली खुदकुशी   

डिजिटल डेस्क, नागपुर। जिला व सत्र न्यायालय परिसर के सामने शुक्रवार की शाम नेशनल फायर कॉलेज के प्रवेश द्वार के बगल में एक अधिवक्ता पर उसी के अटर्नी ने कुल्हाड़ी से वार कर हत्या का प्रयास किया। घायल अधिवक्ता का नाम सदानंद नारनवरे (62) जूना सुभेदार ले-आउट व अटर्नी का नाम 34 वर्षीय नोकेश पुंडलिक भास्कर (भैसारे) वड़ेगांव (तहसील तिरोडा़, जिला गोंदिया निवासी) बताया गया है। चर्चा है कि नोकेश शक्की मिजाज का था। घटना के बाद वहां एकत्र भीड़ ने नोकेश को पकड़कर पुलिस के हवाले किया। पुलिस उसे काफी देर तक घटनास्थल पर लेकर खड़ी रही। बाद में जिला व सत्र न्यायालय की पुलिस चौकी में ले जाया गया। वहां से फिर उसे मेयो अस्पाल ले जाया गया, जहां अस्पताल की सीढ़ियों पर ही नोकेश बेहोश हो गया। प्राथमिक जांच के दौरान उसे डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। वारदात को लेकर कई तरह की अटकलें लगाई जा रही हैं। 

कुल्हाड़ी से किया हमला 
पुलिस सूत्रों के अनुसार, नोकेश ने शुक्रवार की शाम करीब 4.30 से 4.45 बजे के दरमियान अपने गुरु व अधिवक्ता सदानंद नारनवरे पर कुल्हाड़ी से वार कर हत्या की कोशिश की। जब उसे लगा कि सदानंद की मौत हो गई, तब उसने जहर खा लिया। प्रत्यक्षदर्शियों की माने तो सदानंद पर हमला के बाद उसने एक पैकेट से निकालकर कुछ खाया। उसके बाद बोतल से पानी पिया। जब लोगों ने उसे दबोच लिया, तब कहा कि मैं सहयोग कर रहा हूं, मारो मत। उसके बाद पुलिस घटनास्थल पर पहुंची।

नारनवरे खून से लथपथ पड़े थे
इधर, फायर कॉलेज के बगल में गटर के ढक्कन के ऊपर नारनवरे खून से लथपथ पड़े थे। पुलिस ने पहले उन्हें अस्पताल भिजवाया। उसके बाद नोकेश को जिला व सत्र न्यायालय की पुलिस चौकी में ले गए। वहां से उसे मेयो अस्पताल भेजा गया, जहां अस्पताल की सीढ़ियों पर ही वह बेहोश हो गया। प्राथमिक जांच के दौरान उसे डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। सीताबर्डी पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है। 

जिस जगह पर बैठते थे, उसी जगह पर वार 
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि नारनवरे नोकेश के साथ नेशनल फायर कॉलेज के प्रवेश द्वार के बगल में बैठते थे। वह घर से प्लास्टिक के छोटे स्टूल टेबल लेकर आते थे। नारनवरे रिजर्व बैंक की नौकरी से सेवानिवृत्त हो चुके थे। फिलहाल लॉ कॉलेज में वकालत की क्लासेस लेते थे। बताया जा रहा है कि वह पढ़ाई के समय कोई समझौता नहीं करते थे। लेबर लॉ और संविधान कानून के बारीकियों के बारे में लॉ के विद्यार्थियों को पढ़ाया करते थे। परिवार में पत्नी, बेटी और बेटा है। बेटी अविवाहित है। बेटा विवाहित है। वह पुणे में इंजीनियर है। 

फोरेंसिक टीम करीब पौने दो घंटे बाद पहुंची
सूत्रों के अनुसार, घटनास्थल पर पहुंचने के बाद पुलिस को उस जगह की घेराबंदी करनी चाहिए थी, जो कहीं नजर नहीं आई। इतना ही नहीं वारदात के करीब पौने दो घंटे बाद पुलिस विभाग का फोरेंसिक दल घटनास्थल पर पहुंचा। तब तक काफी भीड़ जमा हो चुकी थी। लिहाजा, सबूत मिटने की बात से इनकार नहीं कि या जा सकता है। जिस कुल्हाड़ी से नारनवरे पर हमला किया गया, उसे पुलिस बिना कोई दस्ताना पहने पकड़कर घूम रही थी। बाद में अखबार के पन्ने में लपेटकर एक सिपाही ले जाते हुए नजर आया। 
 

Created On :   21 Dec 2018 4:55 PM GMT

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