जबरन छुट्टी पर भेजे जाएंगे इगतपुरी के सहायक निबंधक, सहकारिता मंत्री की घोषणा
डिजिटल डेस्क, मुंबई. भ्रष्टाचार के आरोपों में घिरे इगतपुरी (नाशिक) के सहकारी संस्था के तत्कालीन सहायक निबंधक अभिजीत देशपांडे को जबरन छुट्टी पर भेजा जाएगा। इसके साथ देशपांडे पर लगे आरोपों की जारी जांच को अगले सात दिनों में पूरा करके उनके खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी। विधान परिषद में प्रदेश के सहकारिता मंत्री अतुल सावे ने यह घोषणा की। देशपांडे के खिलाफ नाशिक के निफाड तहसील की 8 मजदूर संस्था का कार्यक्षेत्र बदलने सहित अनियमितता के कई आरोप हैं।
सोमवार को सदन में शिवसेना (उद्धव गुट) के सदस्य नरेंद्र दराडे ने ध्यानाकर्षण प्रस्ताव के जरिए देशपांडे के खिलाफ लगे आरोपों की जांच का मुद्दा उठाया था। इसके जवाब में मंत्री सावे ने कहा कि देशपांडे के खिलाफ तीन शिकायतें मिली थीं। इसके बाद सरकार ने देशपांडे पर लगे आरोपों की जांच के लिए राज्य के सहकारिता आयुक्त और सहनिबंधक से अलग-अलग जांच कराने के आदेश दिए हैं। सहकारिता आयुक्त की रिपोर्ट एक महीने में आएगी। इसके बाद देशपांडे के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
इस पर विपक्ष के नेता अंबादास दानवे, कांग्रेस सदस्य भाई जगताप सहित विपक्ष के कई सदस्य देशपांडे को निलंबित करने की मांग पर अड़ गए। जबकि शेकाप के सदस्य जयंत पाटील ने कहा कि देशपांडे पर धुलिया में तैनाती के दौरान करीब 10 गंभीर आरोप लगे थे। इस पर मंत्री सावे ने कहा कि देशपांडे की जांच शुरू है। इस कारण उन्हें निलंबित नहीं किया जा सकता है। यदि उन्हें निलंबित किया गया तो वे सरकार के आदेश के खिलाफ मैट में जा सकते हैं। सावे के इस जवाब से असंतुष्ट विपक्ष के सदस्यों ने वेल में आकर हंगामा शुरू कर दिया। विपक्ष के हंगामे के कारण सदन की कार्यवाही पहले 5 मिनट और बाद में 10 मिनट के लिए स्थगित कर दी गई। फिर सदन की कार्यवाही शुरू होने के बाद सावे ने देशपांडे को जबरन छुट्टी पर भेजने की घोषणा की।
Created On :   13 March 2023 8:33 PM IST