जूनियर कॉलेजों में बायोमीट्रिक प्रणाली से लगेगी स्टूडेंट्स की अटेंडेंस

Attendance will be done from bio metric system in Junior colleges
जूनियर कॉलेजों में बायोमीट्रिक प्रणाली से लगेगी स्टूडेंट्स की अटेंडेंस
जूनियर कॉलेजों में बायोमीट्रिक प्रणाली से लगेगी स्टूडेंट्स की अटेंडेंस

डिजिटल डेस्क, नागपुर। उपराजधानी के जूनियर कॉलेजों में आगामी शैक्षणिक सत्र से विद्यार्थियों की हाजिरी बायोमीट्रिक प्रणाली से लगाई जाएगी। क्लासेस बंद करके कोचिंग क्लासेस या अन्यत्र समय बिताने वाले विद्यार्थियों पर लगाम कसने के लिए शिक्षा विभाग ने यह प्रणाली लागू करने का निर्णय लिया है। दरअसल शहर के अधिकांश जूनियर कॉलेजों और कोचिंग क्लासेस के बीच टाई-अप होता है। यानी कॉलेज में प्रवेश लेने वाले विद्यार्थियों को टाई-अप कोचिंग में एडमिशन मिलता है। इसके बाद कॉलेज में उपस्थित न होकर विद्यार्थी अपना 11वीं और 12वीं का पाठ्यक्रम कोचिंग क्लास के भरोसे ही पूरा करते हैं। ऐसे में कॉलेज में बड़ी संख्या में विद्यार्थियों की अनुपस्थिति देखने को मिलती है। इस नई प्रणाली से विद्यार्थियों की हाजिरी कॉलेजों में बढ़ेगी ऐसी उम्मीद शिक्षा विभाग को है।

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11वीं कक्षा की एडमिशन प्रक्रिया इसलिए हुई ऑनलाइन

दरअसल कोचिंग क्लासेस से कॉलेजों के टाई-अप के चलते 11वीं कक्षा की एडमिशन प्रक्रिया में कोचिंग क्लासेस का दखल बढ़ गया था। ऐसे में कई बड़े शहरों में 11वीं कक्षा की एडमिशन प्रक्रिया ऑनलाइन की गई, लेकिन इससे हुआ यह कि नामचीन कॉलेजों को छोड़कर अन्य कॉलेजों में पूरी सीटें नहीं भर पाईं। इसके बाद शिक्षा विभाग के उड़न दस्तों ने जब नामी कॉलेजों में दौरा किया तो देखा गया कि पूरी की पूरी बैच ही अनुपस्थित है। ऐसे में कॉलेज और कोचिंग क्लासेस के बीच के टाई-अप की अटकलों को और गति मिली। इस समस्या से उभरने के लिए अब जूनियर कॉलेजों में बायोमीट्रिक मशीनें लगाई जा रही हैं। विद्यार्थियों को क्लास मंे आते और क्लास से निकलते समय इसमें पंचिंग करनी होगी। इससे कॉलेजों में सालभर कितनी उपस्थिति होती है, यह तस्वीर स्पष्ट होगी। शिक्षा विभाग के अनुसार कॉलेजों में मशीनें लगने के बाद भी उड़द दस्ते कॉलेजों में दौरा करते रहेंगे। 

Created On :   2 Jan 2018 5:10 PM IST

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