दवाओं की खरीदारी के लिए राज्य में स्थापित होगा प्राधिकरण

डिजिटल डेस्क, मुंबई। राज्य में महाराष्ट्र चिकित्सकीय ( मेडिकल ) खरीदी प्राधिकरण स्थापित करने को राज्य मंत्रिमंडल ने मंजूरी दी है। इससे मुख्य सचिव की अध्यक्षता वाली उच्चस्तरीय समिति के माध्यम से दवाई और चिकित्सा उपकरणों की खरीदी हो सजेगी। इस प्राधिकरण को शुरू करने के लिए 65 करोड़ 19 लाख 58 हजार रुपए खर्च का अनुमान है। इस प्राधिकरण के नियामक मंडल के अध्यक्ष मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे होंगे। जबकि प्राधिकरण के मुख्य कार्यकारी अधिकारी आईएएस दर्जे के अफसर बनाए जायेंगे। प्राधिकरण में स्वास्थ्य सह निदेशक स्तर के जनरल मैनेजर, सह सचिव दर्जे के जनरल मैनेजर, उपनिदेशक दर्जे के असिस्टेंट जनरल मैनेजर (तकनीकी), मुख्य लेखा व वित्त अधिकारी, मुख्य प्रशासनिक अधिकारी ऐसे कुल 14 पद होंगे। प्राधिकरण के स्तर पर ठेका पद्दति से कर्मचारियों की नियुक्ति की जाएगी। सरकारी अस्पतालों के लिए आवश्यक दवाइयों की खरीदारी को लेकर एकत्रित प्रशासनिक विभाग के स्तर पर मंजूरी प्रदान कर निधि उपलब्ध कराई जाएगी। इसके बाद संबंधित अस्पतालों को दवाइयों की आपूर्ति की जाएगी। मंत्रिमंडल की बैठक के बाद मंत्रालय में प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री तानाजी सावंत ने कहा कि फिलहाल सरकारी अस्पतालों के लिए दवाइयों की खरीदी हाफकिन संस्थान के माध्यम से की जाती थी। लेकिन इसमें काफी देरी होती थी। इसलिए प्राधिकरण बनाने का फैसला लिया गया है। सावंत ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग ने पहले दवाई खरीदी के लिए महामंडल बनाने का प्रस्ताव तैयार किया था। तीन महीने पहले मंत्रिमंडल की बैठक में उस प्रस्ताव को रखा भी गया था। लेकिन मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने प्रस्ताव में संशोधन करके महामंडल के बजाय प्राधिकरण स्थापित करने का सुझाव दिया था। इसके अनुसार अब मंत्रिमंडल ने प्राधिकरण बनाने को मंजूरी दी है।
Created On :   14 Feb 2023 9:17 PM IST