कृषि महाविद्यालय में लगेगा ऑटोमेटिक वेदर स्टेशन

Automatic weather station will be installed in agriculture college
कृषि महाविद्यालय में लगेगा ऑटोमेटिक वेदर स्टेशन
नागपुर कृषि महाविद्यालय में लगेगा ऑटोमेटिक वेदर स्टेशन

डिजिटल डेस्क, नागपुर, विनोद झाड़े |  प्रादेशिक मौसम केंद्र की तरफ से कृषि महाविद्यालय में शीघ्र ही ऑटोमेटिक वेदर स्टेशन स्थापित किया जाएगा। इससे मौसम की जानकारी आैर अधिक सटीक मिल सकेगी। फिलहाल शहर में पहले से दो जगह ऑटोमेटिक वेदर स्टेशन हैं। मौसम विज्ञान विभाग की तरफ से नागपुर एयरपोर्ट परिसर व वर्धा रोड स्थित कॉटन रिसर्च सेंटर में पहले से ऑटोमेटिक वेदर स्टेशन स्थापित किए गए हैं। इन दोनों जगह से मौसम की जानकारी उपलब्ध होती है। ये दोनों स्टेशन शहर के एक छोर पर हैं। शहर के अंदर की मौसम की सटीक जानकारी मिले, इसलिए शहर के अन्य हिस्सों में ऑटोमेटिक वेदर स्टेशन लगाने की मांग लंबे समय से हो रही थी। प्रादेशिक मौसम केंद्र नागपुर ने कृषि महाविद्यालय परिसर में ऑटोमेटिक वेदर स्टेशन लगाने का निर्णय लिया है। इसके लिए जरूरी प्रक्रिया पूरी हो गई है। मुख्यालय से इसके लिए मंजूरी भी मिल गई है। निधि की भी व्यवस्था हो गई है।

अभी हैै ऑब्जर्वेटरी

फिलहाल कृषि महाविद्यालय में ऑब्जर्वेटरी से काम चलाया जा रहा है। इससे मौसम की सटीक व अपडेट जानकारी मिलने में मुश्किल होती है। अब ऑब्जर्वेटरी को हटाकर ऑटोमेटिक वेदर स्टेशन लगाने की योजना है।

मई तक स्टेशन स्थापित होने की उम्मीद

एम. एल. साहू, उपमहानिदेशक मौसम केंद्र के मुताबिक फिलहाल दो जगह ऑटोमेटिक वेदर स्टेशन है। मई तक कृषि महाविद्यालय में एक आैर वेदर स्टेशन स्थापित करने का हमारा प्रयास है। इसके लिए जरूरी प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। निधि की भी कमी नहीं है। देश भर में जो 250 जगह ऑटोमेटिक वेदर स्टेशन लगाने की योजना है, उसमें से 4 वेदर स्टेशन नागपुर में लगेंगे। सभी जरूरी प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। कोरोना संक्रमण के कारण यह मामला आगे बढ़ गया है।


अन्य चार का मामला लटका : मौसम विज्ञान विभाग ने देश भर में 250 जगह ऑटोमेटिक वेदर स्टेशन लगाने का निर्णय तीन वर्ष पहले लिया था। इसके तहत नागपुर में 4 जगह स्टेशन स्थापित होने थे। केंद्रीय विद्यालय अजनी, सीआरपीएफ परिसर, वायुसेना नगर व कामठी स्थित केंद्रीय विद्यालय परिसर में इसे स्थापित करना है। जगह तय होने के साथ ही जरूरी प्रक्रिया एक साल पहले ही पूरी हो गई थी। कोरोना काल में कई विभागों की निधि में जबर्दस्त कटौती हुई थी। निधि की कमी के कारण यह मामला अटक गया है।

Created On :   12 Feb 2023 5:23 PM IST

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