बदरीला मौसम- आंधी तुफान के संकेत, खुले में पडा है कृषिमाल

डिजिटल डेस्क, अकोट। अकोला जिला समेत पूरे राज्य में आगामी तीन दिन में बारिश की संभावना मौसम विभाग ने जताई है। साथ ही कुछ क्षेत्र आंधी, तुफान के साथ ओला वृष्टि के संकेत भी दिए गए है। जिससे अकोट, बार्शिटाकली, तेल्हारा समेत सातों तहसील के किसानों को बारिश का डर सता रहा है। क्योंकि खेतों में चना तैयार किया जा रहा है। कई किसानों के घर आंगण में चना, सोयाबीन, कपास खुले में है। साथ ही खेतों में प्याज, तरबूज, खरबूज और गेहूं की फसल लहलहा रही है। अगर ऐसे में भारी बारिश या ओला वृष्टि हुई तो किसानों को नुकसान तय है। लिहाजा किसान अब कृषि माल को बचाने में जुट गए है।
अकोट, बालापुर, बार्शिटाकली, तेल्हारा, मूर्तिजापुर, पातूर, अकोला इन सातों तहसील में फिलहाल खेतों में चना निकालने और तैयार करने का काम चल रहा है। दिनभर किसान खेत में काम कर रहे हैं। साथ ही प्याज का बीज बोने काम कुछ जहग पर चल रहा है। दूसरी ओर खेतों में गेहूं की फसल लहलहा रही है। तरबूज और खरबूज भी खेतों में निकालने का काम शुरू हो गया है। किसानों ना यह कृषि माल खेतों में ही खुले में पड़ा हुआ है। ऐसे में होली और रंगोत्सव का त्योहार होने से खेत में दो दिन खेतिहर मजदूर भी नहीं जा पा रहे हैं। ऐसे में बारिश के आसार होने से किसानों की चिंता बढ़ गई है। कई किसानों के घर आंगण में कपास और सोयाबीन रखा हुआ है। कृषि उपजमंडियों में भी कई किसानों को कृषिमाल खुले में पड़ा हुआ है। ऐसे में अगर भारी बारिश या ओलावृष्टि आई तो किसानों को नुकसान तय माना जा रहा है। हालांकि मौसम विभाग ने किसानों को बीते चार पांच दिनों से ही सचेत कर दिया है।
बारिश के अनुमान को किसान नरजअंदाज न करे और कृषि माल को बचाने के लिए हरसंभव कोशिश करे, ऐसा किसानों को सचेत किया गया है। लेकिन किसानों की दिक्कत यह है कि किसानों के पास अब समय कम है।इसी बीच त्योहार आने से मजदूरों की कमी महसूस हो रही है। लिहाजा कई किसानों के कृषिमाल का खेतों में पड़ा होने से बारिश के कारण नुकसान होने की संभावना बढ़ गई है। इसलिए बीत दोन चार – पांच दिन से किसान कृषिमाल तैयार करने और बचाने की कवायद में जुटे नजर आ रहे हैं।
बारिश के अनुमान को किसान नरजअंदाज न करे और कृषि माल को बचाने के लिए हरसंभव कोशिश करे, ऐसा किसानों को सचेत किया गया है। लेकिन किसानों की दिक्कत यह है कि किसानों के पास अब समय कम है।इसी बीच त्योहार आने से मजदूरों की कमी महसूस हो रही है। लिहाजा कई किसानों के कृषिमाल का खेतों में पड़ा होने से बारिश के कारण नुकसान होने की संभावना बढ़ गई है। इसलिए बीत दोन चार – पांच दिन से किसान कृषिमाल तैयार करने और बचाने की कवायद में जुटे नजर आ रहे हैं।
Created On :   8 March 2023 1:32 PM IST