फिर नहीं दिखा भालू, मटकाझरी परिसर से आने का अनुमान

Bear not seen again, estimated to come from Matkajhari complex
फिर नहीं दिखा भालू, मटकाझरी परिसर से आने का अनुमान
नागपुर फिर नहीं दिखा भालू, मटकाझरी परिसर से आने का अनुमान

डिजिटल डेस्क, नागपुर। शहर के पास भालू आने के बाद, वन विभाग ने कमर कसकर इसका सर्च अभियान चलाया था। लेकिन फिर से इसके दर्शन नहीं हुए। विदर्भ के जंगलों में भालू बहुंत कम है। ऐसे में यह भालू आखिर आया कहा से यह बड़ा सवाल है। हालांकि वन्यजीव जानकारों की माने तो यह मटकाझरी के जंगल परिसर से आया है। खासकर ढाबों से निकलनेवाले वेस्ट खाने की सुगंध उसे यहां तक खींच लाई थी। फिर से भालू परिसर में आने की आशंका व्यक्त की जा रही है। हालांकि वन विभाग इस पर नजर रखे होने की बात कह रहे हैं।

नागपुर शहर के पास अब तक तेंदुआ, बाघ यहां तक मगरमच्छ तक पहुंच गया है। लेकिन पहली बार यहां कोई भालू देखने मिला है। जिसका मुख्य कारण विदर्भ के जंगलों में भालू की मौजूदगी बहुंत कम है। इसके बावजूद इन्सानी इलाकों में इसकी दस्तक हर किसी के लिए सवाल खड़े कर रही है। गुरुवार की रात हुडकेश्वर खुर्द परिसर में रात को एक भालु देखा गया था। श्वान के भौंकने के कारण इसकी मौजूदगी का पता लगा था। परिसर में रहनेवाले एक व्यक्ती ने टॉर्च की साहायता से भालू को झाड़ियों में देखा भी। इसका विडियो भी बनाया था। जिसके बाद वन विभाग को भी जानकारी दी थी। उपवनसंरक्षक डॉ. भारतसिंह हाडा ने बताया कि, शुक्रवार के दिनभर व शनिवार को भी इसकी खोजबीन की गई। लेकिन भालू का नामोनिशान नहीं मिला। ऐसे में वह बुट्टीबोरी क्षेत्र में वापिस जाने का अंदेशा लगाया जा रहा है। हालांकि वन विभाग की टीम इस पर नजर रखे हैं। जानकारों की माने तो भालु यहां तक पहुंचने का मुख्य कारण यहां कई ढाबे है, जहां से प्रति दिन वेस्ट खाना पीछे झाड़ियों में फेका जाता है। जिसकी खुशबू दुर तक जाती है। भालू सूंघने में माहीर होता है। ऐसे में खाने की तलाश में वह यहां तक पहुंचा हो सकता है। यह भालू मटकाझरी व जुनापानी परिसर से आने की प्रबल संभवना है। क्योकि यहां पहले से भालू की मौजूदगी भी है।

Created On :   12 Feb 2022 9:10 PM IST

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