भाजपा-कांग्रेस ने विदर्भवादियों को धोखे के अलावा कुछ नहीं दिया

BJP-Congress gave nothing but deception to Vidarbhawadis
भाजपा-कांग्रेस ने विदर्भवादियों को धोखे के अलावा कुछ नहीं दिया
आरोप भाजपा-कांग्रेस ने विदर्भवादियों को धोखे के अलावा कुछ नहीं दिया

डिजिटल डेस्क, गोंदिया। महाराष्ट्र राज्य निर्मिती के पूर्व से ही पृथक विदर्भ था। विदर्भ राज्य देने के नाम पर विदर्भवादियों से भाजपा, कांग्रेस ने वोट मांगकर सत्ता काबिज की। लेकिन सत्ता में आते ही पृथक विदर्भ अलग करने का मुददा भूल गए। दोनों पार्टीयों ने विदर्भवादियों को विदर्भ के नाम पर धोखा दिया है।  ऐसा  आरोप लगाते हुए जय विदर्भ पार्टी के संस्थापक तथा अध्यक्ष राम नेवले ने कहा कि अब इन पार्टियों के नेताओं को सबक सिखाने तथा पृथक विदर्भ अलग करने के लिए जय विदर्भ पार्टी पूरी ताकत से अपने उम्मीदवार चुनाव मैदान उतारेंगी। मंगलवार, 16 नवंबर को गोंदिया में आयोजित पत्र परिषद में उन्होंने आगे कहा कि विदर्भ खनिज संपदा से संपन्न है। विदर्भ में सोयाबीन, कपास, धान, संतरा, खनिज, जल, जंगल, जमीन भरपूर प्रमाण में है। लेकिन इन पर आधारित उद्योगों का अभाव है। बल्कि मराठवाडा में इन वस्तुओं पर प्रक्रिया के उद्योग शुरू किए गए है। जिस कारण मुंबई, पुना क्षेत्र के नागरिकों को रोजगार प्राप्त हुआ है। वहीं विदर्भ के लाखों युवक बेरोजगार हो गए है। उन्होनें कहा कि विदर्भ में कोयले से 63 हजार मेगावॉट बिजली का उत्पादन किया जाता है। जिनमें से मात्र 2200 मेगावॉट बिजली का वितरण किया जाता है और मंहगे दाम पर विदर्भ में बिजली बेची जाती है तो दूसरी ओर मराठवाडा में 24 घंटे बिजली आपूर्ति कर विदर्भ में बार बार बिजली खंडित की जाती है। जो अनुचित है। यहीं एक कारण है कि, विदर्भ के किसान प्रतिदिन आर्थिक तंगी तथा फसल नुकसान के कारण आत्महत्या कर रहे हंै। अब तक 47 हजार किसानों ने आत्महत्या कर ली हंै। उन्होंने कहा कि पृथक विदर्भ अलग करने की मांग कई वर्षों से विदर्भवादियों द्वारा की जा रही हंै। भाजपा, कांग्रेस ने विदर्भ को अलग करने के नाम पर वोट मांगकर सत्ता में आयी, लेकिन सत्ता में आते ही पृथक विदर्भ अलग करने का मुददा भूलकर विदर्भवादियों को धोखा देने का काम किया है। अब राजनीतिक दबाव बनाने के लिए जय विदर्भ पार्टी की स्थापना कर आनेवाले सभी चुनावों में उम्मीदवार उतारकर दोनों पार्टियों को सत्ता से बाहर करने का प्रयास करेंगी। इसके लिए प्रत्येक जिले में एक-एक लाख सदस्य बनाने के लिए घर-घर जाकर संपर्क करने का काम शुरू कर दिया गया है। यह जानकारी राम नेवले ने दी है। इस समय पत्र परिषद में राम नेवले के साथ उपाध्यक्ष रंजना मामर्डे, मुकेश मासुरकर, रजनी बिरेवार, दीपा काशिवार, अतुल सतदेवे, अर्चना ठवरे, राजू लिमये, सुंदरलाल लिल्हारे आदि उपस्थित थे।

Created On :   17 Nov 2021 8:51 PM IST

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