बाबरी मस्जिद विध्वंस को लेकर पाटील के बयान से भाजपा का किनारा
डिजिटल डेस्क, मुंबई। महाराष्ट्र के उच्च व तकनीकी शिक्षा मंत्री चंद्रकांत पाटील के बाबरी मस्जिद विध्वंस को लेकर शिवसेना प्रमुख दिवंगत बालासाहेब ठाकरे का योगदान न होने वाले बयान पर भाजपा की नाराजगी सामने आई है। पाटील के बयान से भाजपा ने किनारा कर लिया है। मुंबई भाजपा अध्यक्ष आशीष शेलार ने बुधवार को कहा कि पाटील का बयान व्यक्तिगत है। पाटील यह बयान न देते तो अच्छा होता। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात के बाद शेलार ने यह बात कही।
मुंबई भाजपा अध्यक्ष शेलार ने कहा कि भाजपा का मानना है कि अयोध्या के राम जन्मभूमि आंदोलन और बाबरी का ढांचा गिराना कारसेवकों की स्वस्पूर्त प्रतिक्रिया थी। भाजपा ने कभी इसका श्रेय नहीं लिया है। हमें सकल हिंदू समाज को एकजुट रखना है। शेलार ने कहा कि राम जन्मभूमि आंदोलन में बालासाहेब की भूमिका का फायदा हुआ था। हम लोग बालासाहेब का सम्मान करते हैं। लेकिन मेरा शिवसेना (उद्धव गुट) पक्ष प्रमुख उद्धव ठाकरे से एक सवाल है। उद्धव को बताना चाहिए कि उनका राम मंदिर आंदोलन में योगदान क्या था? उद्धव बाबरी विध्वंस के समय अपने घर मातोश्री में बैठे थे। वे अब भी घर से ही बयान दे रहे हैं। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले ने कहा कि पाटील के बयान का गलत अर्थ निकाला गया।
भाजपा नेताओं से सीएम ने जताई नाराजगी
शिवसेना (शिंदे गुट) के मुख्य प्रवक्ता तथा प्रदेश के स्कूली शिक्षा मंत्री दीपक केसरकर ने कहा कि मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने पाटील के बयान को गंभीरता से लिया है। उन्होंने पाटील के बयान पर प्रदेश भाजपा और केंद्रीय भाजपा नेताओं से नाराजगी जताई है। भाजपा ने भी पाटील के बयान से अपने को अलग कर लिया है। पाटील ने भी अपने बयान पर सफाई दी है।
पाटील से मांगें इस्तीफा
शिवसेना (उद्धव गुट) सांसद संजय राऊत ने कहा कि पाटील ने बालासाहेब का अपमान किया है। नाराजगी जताने से क्या फायदा होगा? मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे में हिम्मत है तो पाटील से इस्तीफा मांगें। सीएम साबित कर दें कि वे असली शिवसैनिक हैं। यदि वे पाटील से इस्तीफा नहीं मांग सकते हैं तो उन्हें खुद त्यागपत्र दे देना चाहिए।
Created On :   12 April 2023 8:26 PM IST