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29 सितंबर को आ सकती है भाजपा की पहली सूची, पर्यवेक्षकों ने पढ़ा कर्तव्यों का पाठ
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए अपने उम्मीदवारों की पहली सूची 29 सितंबर को जारी कर सकती है। जानकारी के मुताबिक 29 सितंबर को ही भाजपा की केन्द्रीय चुनाव समिति की बैठक होगी, जिसमें उम्मीदवारों के नाम पर अंतिम मुहर लगने की संभावना है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 28 सितंबर को विदेश दौरे से लौट रहे हैं। भाजपा के सूत्र बताते हैं कि श्राद्ध खत्म होने के अगले दिन यानि 29 सितंबर को पार्टी की केन्द्रीय चुनाव समिति की बैठक होगी। बैठक में प्रधानमंत्री मोदी, पार्टी अध्यक्ष अमित शाह सहित समिति के सभी सदस्य शिरकत करेंगे। इसी दिन विभिन्न राज्यों की 63 विधानसभा सीटों और लोकसभा की एक सीट पर होने जा रहे उपचुनावों के लिए पार्टी अपने उम्मीदवारों के नाम पर मुहर लगाएगी। उपचुनाव वाली सीटों पर इसी दिन उम्मीदवार तय करना इसलिए जरूरी है क्योंकि इन सीटों पर नामांकन दाखिल करने की अंतिम तिथि 30 सितंबर है। महाराष्ट्र में भाजपा और शिवसेना के बीच सीट बंटवारे का फार्मूला अभी सामने नहीं आया है। सूत्र बताते हैं कि इस बार अपने दम पर बहुमत हासिल करने में जुटी भाजपा शिवसेना को पहले 100 सीटों तक ही सीमित करने की तैयारी में थी। लेकिन शिवसेना के कड़े रूख के बाद अब उसे शिवसेना की सीटों की संख्या बढ़ानी पड़ रही है। माना जा रहा है कि शिवसेना को आखिरकार 125 सीटें मिल सकती है। भाजपा के एक नेता ने बताया कि पार्टी 29 सितंबर को उपचुनाव वाली सीटों के साथ महाराष्ट्र और हरियाणा के लिए भी पहली सूचि जारी कर सकती है। बता दें कि महाराष्ट्र और हरियाणा दोनों राज्यों में 21 अक्टूबर को एक ही चरण में विधानसभा के लिए मतदान होने हैं। चुनाव आयोग ने दोनों राज्याें में उम्मीदवाराें के नामांकन दाखिल करने की अंतिम तारीख चार अक्टूबर तय की है। महाराष्ट्र में कुल 288 सीटों के लिए वोट डाले जाएंगे।
चुनाव आयोग ने पर्यवेक्षकों को पढ़ाया उनकी भूमिका और कर्तव्यों का पाठ
चुनाव आयोग ने अगले महीने महाराष्ट्र और हरियाणा में हो रहे विधानसभा चुनावों के लिए तैनात किए जाने वाले पर्यवेक्षकों को हिदायत दी है कि वह चुनाव के दौरान सचेत रहे और यह सुनिश्चित करें कि आयोग के नियमों और मानक संचालन प्रक्रियाओं का पालन सही तरीके से करेंगे, ताकि किसी तरह की गलती न हो।
दरअसल, चुनाव आयोग ने सोमवार को दोनों राज्यों में तैनात किए जाने वाले पर्यवेक्षकों की एक बैठक बुलाई थी। बैठक में भारतीय प्रशासनिक सेवा, भारतीय पुलिस सेवा, भारतीय राजस्व सेवा तथा कुछ अन्य केन्द्रीय सेवाओं के करीब 500 अधिकारी शामिल हुए। इन अधिकारियों को सामान्य पुलिस तथा व्यय पर्यवेक्षकों के रुप में तैनात किया जा रहा है। मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने पर्यवेक्षकों को उनकी महत्वपूर्ण भूमिका याद दिलाते हुए पारदर्शी, भागीदारी मूलक और मतदाता अनुकूल चुनाव संपन्न कराने पर बल दिया। उन्होने अधिकारियों को समझाया कि पर्यवेक्षकों को फिल्ड स्तर पर सतर्क, तटस्थ और उत्तरदायी होना चाहिए। उम्मीद है कि वे हर सामय सतर्क रहेंगे और अपने कर्तव्यों का निर्वाह्न करेंगे। अरोडा ने कहा कि विशेष आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए आयोग ने महाराष्ट्र के लिए मधु महाजन (पूर्व आईआरएस 1982) और बी. मुरली कुमार (पूर्व आईआरएस 1983) को विशेष व्यय पर्यवेक्षक नियुक्त किया है। इस दौरान महाराष्ट्र के राज्य प्रभारी उपचुनाव आयुक्त चन्द्रभूषण ने पर्यवेक्षकों को पालन किए जाने वाले नियमों की जानकारी दी।
Created On :   23 Sept 2019 8:43 PM IST