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सी विजिल को मिली 156 में 33 शिकायतें निकली फर्जी

डिजिटल डेस्क, नागपुर। चुनावी आचार संहिता का उल्लंघन होने संबंधी शिकायत सी विजिल एप पर की जा सकती है। लोकसभा चुनाव के दौरान सी विजिल को अब तक 156 शिकायतें प्राप्त हुई, जिसमें से 33 शिकायतें निराधार पाई गई। जिला निर्वाचन कार्यालय की ओर से 133 शिकायतों का निपटारा किया गया। अधिकांश शिकायतें पोस्टर, बैनर लगाने व विकासकार्य से संबंधित नामफलक पर नेताओं के नाम होने संबंधी मिली।
आदर्श आचार संहिता पर कड़ाई से अमल करने के लिए जिला निर्वाचन अधिकारी की तरफ अलग-अलग दस्ते बनाए गए हैं। नायब तहसीलदार के नेतृत्व में जिले में एक दर्जन से ज्यादा फ्लाईंग स्काड बनाए गए हैं। इस स्काड में पुलिस के साथ ही राजस्व विभाग के कर्मचारी होते हैं। चुनाव में धनबल का प्रयोग रोकने के लिए चेकिंग प्वाइंट बनाए गए हैं। इसके अलावा पेट्रोलिंग कर बाहर से आ रहे वाहनों पर नजर रखी जा रही है। मामला नकदी से संबंधित होने पर इसकी सूचना इंकम टैक्स को दी जाती है। जिला निर्वाचन कार्यालय के सूत्रों के अनुसार शिकायत मिलते ही एक घंटे में इस पर कार्रवाई की जाती है। शिकायत जिस एरिया की है, उस एरिया के स्काड को सूचना दी जाती है। फ्लाइंग स्काड संबंधित जगह पर जाने के बाद कार्रवाई की रिपोर्ट कार्यालय को करता है। इस दौरान 33 शिकायतें निराधार निकली। बची हुई 123 शिकायतों में अधिकांश पोस्टर, बैनर व विकासकार्य से संबंधित नामफलक पर नेताओं का नाम होने संबंधी थी। नियमानुसार विकास कार्य के नामफलक पर अगर नेता का नाम है, तो उसे ढंकना जरूरी है। इसके अलावा एरिया में प्रचार की गाड़ियां बिना अनुमति घुमने की शिकायतें मिली। प्रचार में लगे वाहनों को रोकने पर जरूरी अनुमति संबंधित एजेंसियों से लेने की बात सामने आई।
पोलिंग बूथ पर जाकर पता कर सकते हैं वोट
वोट कौन से पोलिंग स्टेशन पर हैं, कौन कौन सी जगह हैं, इसका पता 1950 पर फोन करके पता किया जा सकता है। अगर यहां से मदद नहीं मिले तो पिछली बार जिस बूथ पर वोट किया, उस जगह जाकर अपना वोट पता किया जा सकता है। शहर के सभी पोलिंग स्टेशन के बुथों पर सहायक निर्वाचन अधिकारी की निगरानी में चुनाव कार्यों से जुड़े कर्मचारी वोटर लिस्ट लेकर बैठे हैं। बूथ पर जाकर नाम बताए, तुरंत जवाब मिल जाएगा। जिले के सभी पोलिंग बुथ पर कम्प्युटराइज्ड वोटर लिस्ट उपलब्ध है।
एसीबी की गिरफ्त में घूसखोर पटवारी
उधर भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने रेत ढोने वाले ट्रैक्टर पर कार्रवाई नहीं करने के बदले में 10 हजार की रिश्वत मांगनेवाले गोंदिया जिले के बनाथर के पटवारी प्रफुल्ल मेश्राम को गिरफ्तार किया। एसीबी के अनुसार गोंदिया जिले के बनाथर कार्यालय में पटवारी प्रफुल्ल मेश्राम (40) ने रेती से भरा ट्रैक्टर पकड़ा था। कार्रवाई नहीं करने के बदले में 25 हजार की रिश्वत मांगी थी। पीड़ित ने उस वक्त 15 हजार रुपए दिए थे। बाकी बचे 10 हजार रुपए बाद में लाकर देने की हामी भरी थी। पटवारी प्रफुल्ल 10 हजार रुपए के लिए तकादा लगा रहा था। 10 हजार रुपए नहीं देने पर कार्रवाई करने की हिदायत दे रहा था। पीड़ित ने इसकी शिकायत एसीबी से कर दी। एसीबी ने ट्रैप लगाया तो पटवारी 10 हजार की रिश्वत मांगने की पुष्टि हुई। एसीबी ने आरोपी पटवारी प्रफुल्ल मेश्राम के खिलाफ रावणवाडी पुलिस थाने में घुस मांगने का मामला दर्ज कर उसे गिरफ्तार किया। एसीबी मामले की जांच कर रही है।
एसीबी ने पिछले दो महीने में गोंदिया जिले के दो तहसीलदार व कर्मचारियों को घुसखोरी के आरोप पकड़ा था। इससे राजस्व विभाग में हडकंप मचा हुआ है। एसीबी के अधीक्षक श्रीकांत धीवरे व अपर अधीक्षक राजेश दुधलवार के के मार्गदर्शन में व उपअधीक्षक रमाकांक कोकाटे के नेतृत्व में की गई कार्रवाई में हवलदार प्रदीप तुलसकर, राजेश शेंद्रे, सिपाही रंजीत बिसेन, दिगांवर जाधव, नितीन रहांगडाले शामिल थे।
Created On :   8 April 2019 10:04 PM IST