19 से 21 जुलाई के बीच हो सकता है मंत्रिमंडल विस्तार, पहले चरण में 10 विधायकों के शपथ लेने की संभावना

डिजिटल डेस्क, मुंबई। राज्य में महा विकास आघाडी सरकार के जाने और एकनाथ शिंदे के मुख्यमंत्री व देवेंद्र फडणवीस के उपमुख्यमंत्री पद की शपथ लेने को एक पखवाडा बीत चुका है पर अभी तक मंत्रिमंडल विस्तार नहीं हो सका है। अब इसको लेकर विपक्ष आए दिन निशाना साध रहा है। सूत्रों के अनुसार राष्ट्रपति चुनाव के बाद 19 से 21 जुलाई के बीच 10 मंत्री शपथ ले सकते हैं। इनमें पांच मंत्री भाजपा व पांच मंत्री शिंदे गुट के होंगे। दो मंत्रियों की सरकार होने की आलोचना झेल रही शिंदे सरकार अब जल्द से जल्द मंत्रिमंडल विस्तार कर लेना चाहती है। सूत्रों के अनुसार फडणवीस और शिंदे के बीच विभागों के बंटवारे को लेकर अभी बात फाईनल नहीं हुई है। नई सरकार में किसे मंत्री पद दिया जाए इसको लेकर भी पेंच फंसा हुआ है। शिवसेना के बागी विधायकों की नाराजगी और भाजपा के भीतर चल रही खींचतान के डर से कैबिनेट विस्तार में देरी हो रही है।
जानकारी के अनुसार पहले चरण में 8 से 10 मंत्री शपथ लेंगे। इसमें शिंदे समूह और भाजपा के वरिष्ठ नेता शामिल होंगे। शिवसेना के 40 से ज्यादा विधायकों और निर्दलीय विधायकों को मिला कर एकनाथ शिंदे के साथ पिछली सरकार में मंत्री रहे 8 विधायकों के नए मंत्रिमंडल में जगह मिलने की उम्मीद है।
अधिक मंत्री पद चाहती है भाजपा
नई सरकार में भाजपा को मुख्यमंत्री पद नहीं मिल सका है इस लिए पार्टी ज्यादा मंत्री पद चाहती है। भाजपा ने कैबिनेट में 29 मंत्री पदों पर दावा किया है। जबकि शिंदे समूह 8 कैबिनेट और 5 राज्य मंत्री समेत कुल 13 मंत्री पद चाहता है। शिंदे गुट में शिवसेना के पहले से ही सात मंत्री थे, शिंदे समूह में 40 बागी और 10 निर्दलीय विधायक हैं। यही वजह है कि शिंदे गुट अधिक मंत्री पद चाहता है। शिंदे समूह द्वारा प्रत्येक 6 विधायकों के लिए एक मंत्री पद का फार्मूला दिया गया है और कुल 19 मंत्री पदों की मांग की गई है। सूत्रों की माने तो फडणवीस चाहते हैं कि प्रदेश भाजपा अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल मंत्रिमंडल में शामिल न हो और वरिष्ठ भाजपा नेता सुधीर मुनगंटीवार को विधानसभा उपाध्यक्ष का पद दिया जाए।
पहले विस्तार में इनकों मिल सकता है मौका
सरकार में गृह और वित्त जैसे महत्वपूर्ण विभाग भाजपा के पास रहने की संभावना है। जबकि नगर विकास और राजस्व खाता शिंदे गुट को मिल सकता है। शिंदे गुट के प्रवक्ता दीपक केसरकर को भी महत्वपूर्ण विभाग मिल सकता है। शिंदे सरकार में प्रहार संगठन के प्रमुख बच्चू कडू को पदोन्नत किए जाने की संभावना है। उनके साथ ही ठाकरे सरकार के राज्य मंत्री शंभूराज देसाई और अब्दुल सत्तार पदोन्नती देकर कैबिनेट मंत्री बनाया जा सकता है।
बन सकते हैं 42 मंत्री
एक संविधान संशोधन के अनुसार विधान सभा सदस्यों की कुल संख्या के 15 प्रतिशत सदस्यों को मंत्री बनाया जा सकता है। इस लिहाज से महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री सहित 42 मंत्री हो सकते हैं। 28 नवंबर, 2019 को जब उद्धव ठाकरे सरकार ने शपथ ली थी, तब उनके साथ 31 कैबिनेट मंत्री और 10 राज्य मंत्री बनाए गए थे।
Created On :   17 July 2022 3:09 PM IST