24 महीनों में तैयार होगा नागपुर मेडिकल कॉलेज का कैंसर इंस्टीट्यूट

Cancer Institute of Nagpur Medical College will be ready in 24 months
24 महीनों में तैयार होगा नागपुर मेडिकल कॉलेज का कैंसर इंस्टीट्यूट
लक्ष्य 24 महीनों में तैयार होगा नागपुर मेडिकल कॉलेज का कैंसर इंस्टीट्यूट

डिजिटल डेस्क, मुंबई। नागपुर के सरकारी मेडिकल कॉलेज में कैंसर इंस्टीट्यूट के निर्माण में लगभग 24 महीने लगेंगे। फिलहाल कैंसर इंस्टीट्यूट बनाने के लिए टेंडर मंगाया गया है। गुरुवार को विधान परिषद में प्रदेश के चिकित्सा शिक्षा मंत्री अमित देशमुख ने यह जानकारी दी। देशमुख ने कहा कि कैंसर अस्पताल के लिए टेंडर मंगाए गए हैं। टेंडर आने के बाद संबंधित कंपनी के साथ करार किया जाएगा। टाटा कैंसर संस्थान के मार्गदर्शन और सलाह से नागपुर में कैंसर संस्थान का निर्माण होगा। इस अस्पताल के निर्माण में 18 से 24 महीने लगेंगे। सदन में प्रश्नकाल के दौरान भाजपा सदस्य गिरीश व्यास ने इस संबंध में सवाल पूछा था। देशमुख ने कहा कि नागपुर में रेडियोलॉजी विभाग को अपग्रेडे करके कैंसर अस्पताल बनाया जा रहा है। देशमुख ने कहा कि राज्य में कैंसर के मरीजों के लिए इलाज के लिए सेटेलाइट यूनिट का जाल बिछाया जाएगा। इसकी शुरुआत नागपुर से होगी। देशमुख ने कहा कि कोरोना संकट के कारण सरकार की इच्छा होते हुए भी कैंसर इंस्टीच्यूट का निर्माण कार्य शुरू नहीं किया जा सका है। 

फरवरी-मार्च में आ सकती है कोरोना की तीसरी लहर 

चिकित्सा विशेषज्ञों के अनुसार फरवरी और मार्च में कोविड की तीसरी लहर की संभावना है। फिर भी इस परियोजना का काम पूरा करने का लक्ष्य है। इसी बीच सदन में भाजपा समर्थित सदस्य नागो गाणार ने कहा कि सरकार ने कैंसर इंस्टीट्यूट के निर्माण कार्य के लिए 76.10 करोड़ रुपए की प्रशानिक मंजूरी दी है। लेकिन कैंसर अस्पताल का निर्माण नहीं हुआ है। इसके बावजूद अस्पताल के लिए आवश्यक मशीन खरीदी हेतु हॉफकीन संस्था को 23.20 करोड़ रुपए क्यों उपलब्ध कराए गए हैं? इस पर देशमुख ने कहा कि मशीन खरीदी प्रक्रिया में काफी समय लगता है। इस लिए हाफकीन संस्था को पहले ही निधि दी गई है। जिससे अस्पताल के निर्माण कार्य पूरा होते ही वहां पर मशीनें लगाई जा सके। इस दौरान कैंसर अस्पताल के निर्माण को लेकर भाजपा सदस्य प्रवीण दटके, कांग्रेस सदस्य अभिजीत वंजारी ने भी सवाल पूछा।

वेबसाईट पर मिल रही रक्त उपलब्धता की जानकारी

प्रदेश के रक्त भंडारण की उपलब्धता की जानकारी के लिए ब्लड बैंकों को एक-दूसरे से जोड़ने के लिए एक डिजिटल प्लेटफार्म तैयार किया जाएगा। इस प्लेटफार्म को अस्पताल से भी जोड़ा जाएगा। विधान परिषद में प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने यह जानकारी दी। प्रश्नकाल में भाजपा सदस्य रणजीत पाटील ने इस संबंध में सवाल पूछा था। टोपे ने कहा कि राज्य के 350 ब्लड बैंकों को एक वेबसाइट पर प्रतिदिन रक्त भंडारण की जानकारी देनी होती है। रक्त भंडारण की जानकारी न उपलब्ध कराने वाले ब्लड बैंकों से प्रति दिन एक हजार रुपए का दंड वसूला जाता है। इसके तहत ब्लड बैंकों को बीते जनवरी से अक्टूबर के बीच 61 लाख 23 हजार रुपए का दंड वसूला गया है। टोपे ने कहा कि थैलेसिमिया जैसी बीमारी के लिए मरीजों को मुफ्त में रक्त न देने वाले ब्लड बैंकों से तीन गुना दंड वसूला जाता है। 

प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र को ग्रामीण में बदलने 15 दिनों में प्रस्ताव

औरंगाबाद के गंगापुर तहसील के लासूर स्टेशन इलाके के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र को ग्रामीण अस्पताल में बदलने के लिए अगले 15 दिनों में प्रस्ताव मंगाया जाएगा। प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने यह आश्वासन दिया। प्रश्नकाल में राकांपा सदस्य सतीश चव्हाण ने इस संबंध में सवाल पूछा था। इस पर टोपे ने कहा कि प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र को ग्रामीण अस्पताल में तब्दील करने के लिए प्रस्ताव आने के बाद उसे मंजूरी दी जाएगी। लेकिन प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की इमारत काफी पुरानी है। इसलिए जिला नियोजन समिति की निधि से अस्पताल की इमारत के मरम्मत कार्य के लिए राशि उपलब्ध कराई जाएगी।
  
 

Created On :   23 Dec 2021 4:27 PM GMT

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