- Home
- /
- राज्य
- /
- महाराष्ट्र
- /
- नागपुर
- /
- लापरवाही : बच्चों को लेकर सरपट...
लापरवाही : बच्चों को लेकर सरपट भागते ऑटोचालक, बाहर लटके रहते बस्ते

डिजिटल डेस्क, नागपुर। इन दिनों शहर की सड़कों पर चलते हुए वाहनधारकों को स्कूली बच्चों को ले जाने वाले ऑटो का डर सता रहा है। दरअसल, यह ओवरलोड ऑटो बच्चों को बैठाने के बाद उनके स्कूली बस्तों को ऑटो के बाहर लटका देते हैं। कोई भी वाहनधारक इन बस्तों के मामूली धक्के से भी गिर सकते हैं। नियमानुसार किसी भी गाड़ी की बॉडी से एक इंच भी अतिरिक्त हिस्सा बाहर नहीं रहना चाहिए। अधिकृत आंकड़ों के अनुसार, नागपुर शहर में कुल 13 हजार से ज्यादा ऑटो हैं। इसमें 9 हजार ऑटो को व्यवसाय करने की अनुमति है। वहीं 3 हजार ऑटो घर काम के लिए चल रहे हैं। शहर के कुछ ऑटो चालक ज्यादा कमाई के चक्कर में स्कूली बच्चों को लाना ले जाना करते हैं, लेकिन व्यवसाय करने वाले ऑटो चालकों को ऑटो के भीतर केवल 3 सवारियों को ही लेकर जाने की अनुमति है। ऐसे में उन्हें ऑटो के भीतर भी 3 ही बच्चों को बैठाना चाहिए, लेकिन ऑटो के भीतर 7 से 8 बच्चों को ठूंसा जाता है और इनके बैग को ऑटो के बाहर लटकाया जाता है।
बैग लटकाने के लिए एंगल बनवाते है
हैरत की बात यह है कि स्कूल बस की आरटीओ ने स्पीड निर्धारित कर दी है, लेकिन ऑटो चालक नियमों की परवाह किए बगैर बेखौफ दौड़ते हैं। इसके कारण एक ओर बच्चों की जान पर खतरा बन रहा है। वहीं दूसरी ओर बाहर लटकने वाले बैग से सड़क पर चलने वालों के लिए आफत हो रही है। आरटीओ के नियमानुसार आरटीओ से पास होने वाली गाड़ी में किसी भी तरह का बदलाव नहीं किया जा सकता है, लेकिन ऑटो चालक ऑटो के रॉड पर बैग लटकाने के लिए एंगल बनवाते हैं।
कई बार बच्चों के पैर या हाथ निकले रहते हैं बाहर
ऑटो चालकों की लापरवाही केवल बैग तक ही सीमित नहीं है। कई बार ज्यादा बच्चों को ठूंसने के चक्कर में ऑटो चालक कुछ बच्चों को बाहर ढकेल देते हैं, जिससे कुछ बच्चों के हाथ तो कुछ बच्चों के पैर बाहर निकले दिखते हैं। ऐसे में यदि कोई भी वाहन तेजी से गुजरते वक्त बच्चों के अंग से टकराता है तो परिणाम कितना गंभीर होगा, इसका अंदाजा लगाया जा सकता है।
Created On :   20 Dec 2018 6:47 PM IST