विधानसभा में उठा चिचोटी में उत्तरभारतीयों के साथ मारपीट का मामला
डिजिटल डेस्क, मुंबई। रायगढ़ जिले के चिचोटी में महिला से छेड़छाड़ के बाद उत्तर भारतीय मजदूरों से मारपीट कर उन्हें घर छोड़ने को मजबूर करने का मामला गुरूवार को विधानसभा में उठा। समाजवादी पार्टी विधायक अबू आसिम आजमी ने पाइंट टू इंफार्मेशन (औचित्य) के तहत मुद्दा उठाते हुए कहा कि पनवेल के नजदीक स्थित चिंचोटी में एक लड़की के साथ छेड़छाड़ की वारदात हुई है। इसके बाद वहां रह रहे उत्तर भारतीयोंको मारापीटा जा रहा है। उन्हें घरों से भगाया जा रहा है।
आजमी ने कहा कि प्रधानमंत्री जिस बनारस से चुनकर आए हैं वहां के लोग यहांआकर रहते हैं। पीएम उनके ही वोट से चुन कर आते हैं। हिंदुत्ववाद की बात करने वाले लोग हिंदुओं को मार रहे हैं। मेरी मांग है कि जिसने भी छेड़छाड़ की है उसके साथ जो करना हो करो लेकिन सभी उत्तर भारतीयों को निशाना नहीं बनाया जाना चाहिए। उत्तर भारतीयों से मारपीट और गुंडागर्दी करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए। इसके बाद तालिका अध्यक्ष सुनील भुसारा ने सरकार को मामले पर कार्रवाई के निर्देश दिए।
बता दें कि गुरुवार को "दैनिक भास्कर' ने मजदूरों के साथ हो रही मारपीट और गुंडागर्दी की खबर प्रमुखता से प्रकाशित की थी। जिसके बाद आजमी ने यह मुद्दा सदन में उठाया। बाद में विधान भवन परिसर में पत्रकारों से बातचीत में आजमी ने केंद्र सरकार से प्रांतवाद के नाम पर लोगों को निशाना बनाने वालों के खिलाफ अलग कड़ा कानून बनाने की मांग की। उन्होंने कहा कि छेड़छाड़ की वारदात के बाद स्थानीय नेता सभी उत्तर भारतीयों से मारपीट कर रहे हैं। उन्हें घरों से निकाल रहे हैं और लोगों को किराए पर घर देने से रोक रहे हैं। मैं बता दूं कि जहां उत्तर भारतीय हैं वहीं गंगा बहती है। वहीं राम, कृष्ण आदि देवी देवता पैदा हुए। मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से कहना चाहता हूं कि बनारस के लोगों को यहां मारपीट कर बेइज्जत किया जा रहा है, जबकि यहां आपकी सरकार है। यह बंद होना चाहिए। जिस तरह कृष्ण को पैदा करने वाली मां और पालने वाली मां अलग थी उसी तरह उत्तर भारत के लोगों को पैदा करने वाली मां उत्तर प्रदेश और पालने वाली मां महाराष्ट्र है। सरकार को मारपीट करने वाले आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करते हुए उन्हें जेल भेजना चाहिए।
फडणवीस को पत्र लिखेंगे भाजपा विधायक
रायगड़ जिले के चिचोटी और आस पास के इलाकों के कामगारों के साथ मारपीट का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। भाजपा विधायक और उत्तर भारतीय नेता राजहंस सिंह का कहना है कि अगर कोई एक व्यक्ति गुनाह करता है तो पुलिस को उस पर सख़्त कार्रवाई करनी चाहिए। इसके बदले में अगर दूसरे कामगारों को भी स्थानीय नेताओं के दबाव में नौकरी से निकाला जा रहा है और उनसे जबरन घर खाली कराए जा रहे हैं तो यह काफी गंभीर मामला है। मैं महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री को इस बारे में पत्र लिखने वाला हूं। सिंह का कहना है कि उनकी सरकार से मांग है कि इन कामगारों को पर्याप्त सुरक्षा मिले ताकि यह सभी कामगार बेखौफ अपना काम कर सकें।
Created On :   23 March 2023 9:43 PM IST