दो दिन से हिल रही चंद्रपुर की धरती! नागरिकों में दहशत

Chandrapur has been shaking since two days! panic among citizens
दो दिन से हिल रही चंद्रपुर की धरती! नागरिकों में दहशत
कारण की तलाश दो दिन से हिल रही चंद्रपुर की धरती! नागरिकों में दहशत

डिजिटल डेस्क, चंद्रपुर. ब्लैक गोल्ड शहर के रूप में पहचाने जानेवाले चंद्रपुर में विगत दो दिन से शहर के कुछ क्षेत्र में जमीन हिल रही है, जिससे भारी दहशत व्याप्त है। रविवार रात साढ़े 9 से पौने 10 बजे के दौरान कोल बेल्ट क्षेत्र बाबूपेठ, लालपेठ व नांदगाव परिसर में धरती हिलने से लोग घबराकर घर से बाहर निकले। खदानों में ब्लास्टिंग के चलते ऐसा होने की बात मान रहे थे, लेकिन क्षेत्र की वेकोलि प्रबंधन द्वारा कोई ब्लास्ट नहीं करने की पुष्टि करने के चलते लोग डर के साये में जी रहे हैं। ऐसे में दूसरे दिन सोमवार 16 जनवरी को शाम पौने 5 से सवा 5 बजे के दौरान लालपेठ ओपनकास्ट खदान से सटी बस्ती में फिर से कंपन महसूस होने की खबर मिली है। प्रशासन के अनुसार भूकंप मापक यंत्र में भूकंप जैसी कोई घटना दर्ज नहीं हुई है। संबंधित विभाग को इस संबंध में अवगत कराया है। जबकि 15 जनवरी को ही निजी वेबसाइट वोलकनो डिस्कवरी की रिपोर्ट के अनुसार चंद्रपुर में रविवार रात 9 बजकर 31 मिनट पर भूकंप या भूकंप जैसी घटना की बात कही थी। सोमवार को इस वेबसाइट ने इसकी पुष्टि नहीं की है। वहीं जानकारों का कहना है कि, कई वर्ष पहले बंद पड़ी भूमिगत व ओपनकास्ट खदान को  ठीक  तरह से रेत भरकर नहीं पाटा गया, जिससे पानी जाने से जमीन के अंदर भूस्खलन जैसी घटना होने का अनुमान लगाया है। दरम्यान परिसर के नागरिकों में यह भूकंप या भूस्खलन तरह-तरह की चर्चाओं का बाजार गर्म है। नागरिकों से न घबराने की अपील प्रशासन ने की है।

पिछले वर्ष घुग्घुस में एक घर जमीन में समा गया था 

ज्ञात हो कि, पिछले वर्ष 26 अगस्त को घुग्घुस के अमराई वार्ड में शाम के समय एक घर अचानक करीब 70 फीट जमीन के अंदर धंस गया था। इस कारण इलाके को खाली करवाकर लोगों को स्थानांतरित किया गया था। अंडरग्राउंंड खदान के चलते यह हादसा होने का अनुमान लगाते हुए परिसर के साथ चंद्रपुर जिले के अंडरग्राउंंड खदानों का सर्वे करने के आदेश दिए गए थे। वेकोलि की जगह पर रहनेवाले लोगों को नोटिस भी दिए गए थे परंतु उस पर अब तक कुछ नहीं हुआ। ऐसे में जमीन में कंपन की घटनाएं सामने आने से प्रशासन में हड़कंप मचा हुआ है। 


पालकमंत्री ने जिलाधिकारी से मांगी रिपोर्ट

बाबूपेठ व परिसर में महसूस किए गए कंपन की  जांच करने के निर्देश राज्य के वनमंत्री तथा पालकमंत्री सुधीर मुनगंटीवार ने सोमवार को जिलाधिकारी को दिए। रविवार की रात को झटके महसूस होने के बाद कुछ नागरिकों ने पालकमंत्री को अवगत करवाया। नागरिकों से न घबराने की अपील करते हुए पालकमंत्री मुनगंटीवार ने तत्काल जिलाधिकारी को इस मामले की जांच कर रिपोर्ट पेश करने के आदेश दिए हैं। इस घटना में कुछ नुकसान हुआ हो तो उसकी जानकारी देकर उस संबंध में उपाय योजना करने के आदेश भी दिए हैं। 

भूस्खलन हो सकता है, तत्काल उपाय योजना की जरूरत

भौगोलिक जानकार प्रा.सुरेश चोपने के मुताबिक चंद्रपुर के बाबूपेठ, लालपेठ व नांदगांव परिसर में जमीन हिलने की शिकायतें आ रहीं हैं। यह परिसर भूमिगत व खुली खदानों का क्षेत्र है। इसके पूर्व भी परिसर में जमीन धंसने, दरारंे पड़ने की घटनाएं हुईं हैं। रविवार की रात जमीन हिलने का विषय बड़ा नहीं है। कुछ चुनिंदा क्षेत्र में है। इसलिए इसे भूकंप नहीं कह सकते। भूकंप मापक यंत्र में ऐसा कोई भी विषय रिकार्ड नहीं हुआ। यह लोकल झटके है। खदान में ब्लास्टिंग  के कारण भी ऐसा हो सकता है। पिछले दौर में भूमिगत खदान रेत से पूर्ण न भरना, खुले छोड़ने के कारण ऐसी जगह पानी जाने के चलते जमीन के अंदर भूस्खलन होते हंै। यह खतरनाक है। ऐसी जगह बरसात के दिनों में जमीन धंसने, दरारंे पड़ने की घटना हो सकती हैं। ऐसे में प्रशासन व वेकोलि को संवेदनशील स्थान को ढूंढकर तत्काल उपाय योजना करनी चाहिए। नागरिकों को सावधानी बरतने की सूचना दंे।

भूकंप नहीं, घटना के तलाशे जा रहे कारण

तहसीलदार नीलेश गौंड के मुताबिक रविवार की रात हमें जानकारी मिली कि लालपेठ, बाबूपेठ परिसर में भूकंप के झटके महसूस किए जाने से लोग घर के बाहर निकले। हमने वेकोलि प्रबंधन से बात करने पर पता चला कि, उन्होंने खदान में कोई ब्लास्ट नहीं किया। आपदा प्रबंधन या अधिकृत आॅनलाइन वेबसाइट पर कहीं भी भूकंप के झटके महसूस आने की बात दर्ज नहीं हुई है। सोमवार को जिलाधिकारी कार्यालय के माध्यम से नागपुर में इंडियन मेट्रोलॉजिकल डिपार्टमेंट को इस संबंध में पत्राचार किया है। घटना के कारण तलाशने का काम शुरू है। चंद्रपुर के नागरिक कोई भी अफवाह पर यकीन न करें। डरने की जरूरत नहीं है। मामूली झटके थे। अभी स्थिति सामान्य है। भविष्य में उपाय योजना करने के लिए प्रशासन मुस्तैद है। 

Created On :   16 Jan 2023 8:39 PM IST

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