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शपथ पर फैसला सुरक्षित, चव्हाण बोले - जल्द हो शक्ति परीक्षण, फिर बदला शिवसेना विधायकों का ठिकाना

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। महाराष्ट्र में देवेन्द्र फडणवीस और अजित पवार की शपथ पर सवाल उठाने वाली शिवसेना, राकांपा और कांग्रेस की याचिका पर सुनवाई के बाद सुप्रीम कोर्ट ने मामले पर फैसले को सुरक्षित रख लिया है। इस मामले में अदालत अब मंगलवार को अपना फैसला सुनाएगी।
मामले की सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट में मौजूद कांग्रेस नेता पृथ्वीराज चव्हाण ने अदालत के इस फैसले के बाद मीडिया से बातचीत में कहा कि महाराष्ट्र में जो सरकार बनी है वह गैरकानूनी तरीके से बनाई गई है।

हाईकोर्ट में जनहित याचिका दायर - भाजपा-शिवसेना सरकार बनाने निर्देश दे अदालत
वहीं राज्य की एक महिला मतदाता ने भारतीय जनता पार्टी व शिवसेना को सरकार बनाने का निर्देश देने की मांग को लेकर बांबे हाईकोर्ट में जनहित याचिका दायर की है। याचिका में कहा गया है कि इन दोनों दलों ने चुनाव से पहले गठबंधन कर चुनाव लड़ा था और जनता ने इनके गठबंधन को जनादेश दिया था इसलिए दोनों दलों को एकसाथ मिलकर सरकार बनाने का निर्देश दिया जाए। इसके साथ ही केंद्र व राज्य सरकार को चुनाव के बाद शिवसेना,राष्ट्रवादी कांग्रेस व कांग्रेस तथा भाजपा-राकंापा नेता अजित पवार के गठजोड़ की सरकार बनाने से रोक जाए। यह याचिका ठाणे निवासी प्रिया चव्हाण ने दायर की है। अधिवक्ता नितिन सातपुते के मार्फत दायर इस याचिका में शिवसेना व भाजापा द्वारा सरकार न बनाने पर इनके खिलाफ एफआईआर दर्ज करने का निर्देश देने का आग्रह किया गया है। याचिका में दावा कया गया है कि इन दोनों दलों का कृत्य मतदाताओं के साथ विश्वासघात व धोखाधड़ी करने के दायरे में आता है। क्योंकि दोनों ने चुनाव से पहले मतदाताओं से एक साथ मिलकर सरकार बनाने का वादा किया था। अब दोनों दल एक दूसरे से अलग हो गए हैं। याचिका पर कुछ दिनों बाद कोर्ट में सुनवाई हो सकती है।

इस बीच शनिवार की सुबह देवेंद्र फडणवीस और अजित पवार के क्रमशः मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद राजनीतिक परिस्थिति एक बार फिर बदल गई। शुक्रवार से शिवसेना विधायकों को ललित होटल में रखा गया था। उद्धव ठाकरे व आदित्य ठाकरे लगातार इस होटल का चक्कर लगा रहे थे। लेकिन अचानक सोमवार को फिर होटल बदला गया। इस बारे मे शिवसेना के वरिष्ठ नेता व पूर्व गृहराज्य मंत्री दीपक केसरकर ने कहा कि आपेशन शिवतेज व आपरेशन लोटस से हम डरने वाले नहीं हैं। इसके पहले रविवार को राकांपा विधायकों का ठिकाना बदला गया था। राकांपा विधायक पहले पवई के रेनेसा होटल में रखा गया था। लेकिन रविवार को उन्हें बस में बैठा कर अंधेरी के अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे के समीप स्थित पंच सितारा होटल हयात में भेज दिया गया था।

फिर बदला शिवसेना विधायकों का ठिकाना
उधर मुंबई में भाजपा के ‘ऑपरेशन लोटल’ व ‘ऑपरेशन शिवतेज’ से आशंकित शिवसेना ने फिर अपने विधायकों का ठिकाना बदला है। सोमवार को शिवसेना विधायकों को अंधेरी के होटल ललित से होटल लेमन ट्री में शिफ्ट किया गया। दोपहर शिवसेना विधायकों को एक एसी बस में बैठा कर ललित होटल से साकीनाका के लेमन ट्री होटल में ले जाया गया। शिवसेना विधायकों के होटल बदलने पर उन्होंने चुप्पी साध ली है। बस में बैठ कर दूसरे होटल जा रहे विधायकों ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि हमारी नजर फिलहाल मंगलवार को आने वाले सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर है। 24 अक्टूबर को चुनाव परिणाम आने के बाद से अब तक कई बार शिवसेना विधायकों का ठिकाना बदला है। भाजपा से गठबंधन टूटने के बाद सेना विधायकों को पहले बांद्रा के रंग शारदा होटल में रखा गया था। यहां से उन्हें मालाड के एक रिसार्ट में ले जाया गया। इसके बाद राज्य में राष्ट्रपति शासन लागू होने के बाद विधायकों को अपने-अपने विधानसभा क्षेत्र में जाने को कहा गया था। बीते शुक्रवार को मातोश्री पर आयोजित बैठक के लिए मुंबई पहुंचे शिवसेना विधायकों को पांच से सात दिन घर से बाहर रहने की तैयारी के आने को कहा गया था।

पृथ्वीराज चव्हाण ने कहा हमारे पास तीनों दलों शिवसेना, राकांपा और कांग्रेस के 154 विधायकों का समर्थन है। एनसीपी के कुछ विधायकों ने दोनों जगह साइन किया है, पहले साइन गलती से हुए हैं। अब असली साइन आए हैं। उन्होने कहा कि असलियत जानने के लिए फ्लोर टेस्ट के अलावा कोई रास्ता नही है। सुप्रीम कोर्ट इससे पहले कई मामलों में इस संबंध में फैसला सुना चुका है। अदलात से हमारी गुजारिश है कि 24 घंटे में शक्ति परीक्षण कराया जाए। विधानसभा में ही इसका फैसला हो सकता है। वहीं कांग्रेस महासचिव मुकुल वासनिक ने कहा कि महाराष्ट्र में लोकतंत्र की हत्या हुई है। उन्होने कहा कि 26 नवंबर को संविधान स्वीकार कर लिया था और कल के दिन ही सुप्रीम कोर्ट इस मामले में अपना फैसला सुनाएगा। हमे पूरा भरोसा है कि कल अदालत में लोकतंत्र की जीत होगी।
Created On :   25 Nov 2019 8:42 PM IST