संंघ मुख्यालय पहुंचे मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री चौहान, सरसंघचालक से की भेंट

Chief Minister of Madhya Pradesh Shri Chouhan reached Sangh Headquarters, met Sarsanghchalak
संंघ मुख्यालय पहुंचे मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री चौहान, सरसंघचालक से की भेंट
नागपुर संंघ मुख्यालय पहुंचे मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री चौहान, सरसंघचालक से की भेंट

डिजिटल डेस्क, नागपुर। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने महल स्थित संघ मुख्यालय पहुंचकर सरसंघचालक डॉ.मोहन भागवत से भेंट की। करीब 45 मिनट तक संघ मुख्यालय में रहने के बाद चौहान मध्यप्रदेश के लिए लौट गए। बुधवार को सुबह करीब 9.30 बजे चौहान नागपुर पहुंचे थे। विमानतल से सीधे संघ मुख्यालय के लिए वे रवाना हुए। संवाद माध्यम के प्रतिनिधियों के निवेदन पर भी उन्होंने चर्चा नहीं की। संघ व भाजपा की ओर से भी इस भेंट को लेकर अधिकारिक बयान सामने नहीं आया है। संघ के एक पदाधिकारी ने कहा है कि बुधवार को ही मध्यप्रदेश के रीवा में एक कार्यक्रम में केंद्रीय उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंिधया के साथ चौहान शामिल होने वाले थे। लिहाजा वे कार्यक्रम से पहले नागपुर आ गए। यहां से जबलपुर के लिए विमान से रवाना हुए। उन्होंने पूर्व सरकार्यवाहर भैयाजी जोशी के साथ भी चर्चा की।

चुनाव तैयारी पर चर्चा

संघ से जुड़े सूत्र के अनुसार मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री चौहान किसी विशेष चर्चा के लिए नागपुर नहीं आए थे। लेकिन यह माना जा सकता है कि उन्होंने मध्यप्रदेश व छत्तीसगढ़ में होनेवाले विधानसभा चुनाव के संबंध में कुछ विषयों पर सरसंघचालक से चर्चा की। मध्यप्रदेश में पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती के तेवर भाजपा को चूभ रहे हैं। भाजपा में रहकर ही वे खुले तौर पर कहने लगी है कि उनके कहने पर भी भाजपा को मतदान करना आवश्यक नहीं हैं। शराब नीति को लेकर उन्होंने मध्यप्रदेश सरकार के विरोध में मोर्चा खोल रखा है। पेंशन, ओबीसी सहित अन्य विषयों को लेकर भी भारती ने मध्यप्रदेश सरकार पर तंज कसा है। ऐसे में संभव है कि मुख्यमंत्री चौहान ने भारती के तेवर के प्रभाव को लेकर सरसंघचालक से चर्चा की होगी।

सामाजिक समीकरण की जानकारी

मध्यप्रदेश में चुनाव तैयारी के साथ ही विविध संगठन सामाजिक विषयाें को चर्चा में लाने लगे हैं। आरक्षण व सामाजिक न्याय के विषय को लेकर भीम आर्मी, ओबीसी महासंघ व अन्य संगठनों ने बड़ी रैलियां की है। करणी सेना ने आरक्षण के नियमों में संशोधन की मांग के साथ प्रदर्शन किया। राज्य में आदिवासी समुदाय की जनसंख्या अधिक है। आदिवासियों के बीच अभियान चलाया जा रहा है कि भाजपा आदिवासी विरोधी है। माना जा रहा है कि चौहान ने सरसंघचालक को राज्य की ताजा सामाजिक समीकरण की प्रमुखता से जानकारी दी।

Created On :   15 Feb 2023 8:32 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story