पारदर्शिता और गतिशीलता के साथ नागरिकों को घर बैठे मिलेंगी सुविधाएं- डॉ. पांढरपट्टे

डिजिटल डेस्क, अकोला. ई-चावड़ी प्रणाली से राजस्व विभाग के कामकाज को और अधिक पारदर्शी और गतिशील बनाने में मदद मिलेगी। इससे राजस्व संबंधी विभिन्न सुविधाओं का लाभ नागरिकों को घर बैठे मिलेगा, ऐसा संभागीय आयुक्त डॉ. . दिलीप पांढरपट्टे ने ई-चावडी प्रणाली शिविरों के शुभारंभ के अवसर पर व्यक्त किया।ई-चावड़ी प्रणाली शिविर का उद्घाटन समारोह आज अकोला के तहसील कार्यालय में आयोजित किया गया। इस मौके पर कलेक्टर नीमा अरोड़ा, उपविभागीय अधिकारी डॉ. नीलेश अपार, उपजिलाधिकारी गजानन सुरांजे, निवासी उपजिलाधिकारी संजय खडसे, तहसीलदार सुनील पाटिल समेत अधिकारी व तलाठी आदि मौजूद रहे।विभागीय आयुक्त डॉ. दिलीप पंढरपट्टे ने कहा कि राजस्व संबंधी विभिन्न कार्यों के लिए नागरिकों को कार्यालय के चक्कर काटने पड़ते हैं। सतबारा ई-चावडी प्रणाली के माध्यम से और इसके बारे में त्रुटि, नागरिकों को घर बैठे कृषक-गैर-कृषि कर , अनाधिकृत जुर्माने का भुगतान जैसी विभिन्न सुविधाएं प्रदान की जाती हैं तथा ऑनलाइन जुर्माना या शुल्क भुगतान की सुविधा उपलब्ध होगी। इस समय, उन्होंने सुझाव दिया कि इन सुविधाओं को पारदर्शी और गतिशील तरीके से नागरिकों तक पहुंचाया जाना चाहिए।ई-चावड़ी परियोजना के तहत जिले की हर तहसील के 25 गांवों को ई-चावड़ी प्रणाली लागू करने का निर्देश दिया गया है। अकोला तहसील में 203 गाँव शामिल हैं और पूरे तहसील में ई-चावड़ी प्रणाली को लागू करने का निर्णय लिया गया है। तदनुसार 8 से 18 जनवरी तक तालुका के 178 गांवों में विशेष शिविरों के माध्यम से ई-चावड़ी प्रणाली लागू की जाएगी। साथ ही 25 गांवों में ई-चावड़ी प्रणाली पहले ही लागू की जा चुकी है। इस शिविर में 178 गांवों के राजस्व अभिलेख , पुराने अभिलेख , भू-अभिलेख , सतबारा , सभी प्रकार के नक्शों का आधुनिकीकरण , आठ- अ और संशोधन आदि इसे ई-चावड़ी प्रणाली के माध्यम से कम्प्यूटरीकृत किया जाएगा। इसके लिए 12 समन्वयक नियुक्त किए गए हैं और उनकी देखरेख में हैं। तहसीलदार सुनील पाटिल ने बताया कि 18 जनवरी तक ई चावड़ी प्रणाली को पूर्ण कर नागरिकों को उपलब्ध करा दिया जायेगा।
Created On :   9 Jan 2023 7:12 PM IST