जिले के विकास के दावे पूरी तरह फेल

Claims of development of Gadchiroli district completely failed
जिले के विकास के दावे पूरी तरह फेल
गड़चिरोली जिले के विकास के दावे पूरी तरह फेल

डिजिटल डेस्क, गड़चिरोली. राज्य के अंतिम छोर पर बसे आदिवासी बहुल और अति नक्सल प्रभावित गड़चिरोली जिले में स्वास्थ्य सुविधा समेत रोजगार और किसानों की स्थिति दयनीय है। राज्य सरकार द्वारा जिले को विकास की मुख्य धारा में जोड़ने के लिए किए गए सारे दावे यहां पूरी तरह विफल साबित हुए हंै। सरकार द्वारा अपने हित के लिए ही जिले में उद्योग शुरू किए गए हैं। सरकार द्वारा रोजगार के नाम पर स्थानीय बेरोजगारों और किसानों के जख्मों पर केवल नमक छिड़कने का कार्य किया जा रहा है। इस आशय का आरोप सोमवार को विधान परिषद के विपक्षी नेता अंबादास दानवे ने राज्य सरकार पर लगाया। 

अपने दो दिवसीय गड़चिरोली जिला दौरे पर रविवार की देर शाम गड़चिरोली पहुंचे विपक्षी नेता दानवे ने जिलाधिकारी कार्यालय में आयोजित जिला प्रशासन की बैठक ली। इसके बाद उन्होंने जिले के शासकीय आश्रमशाला, आदिवासी लड़कों के छात्रावास समेत जिला अस्पताल को भेंट देकर स्थिति की समीक्षा की। इसके बाद उन्हाेंने यहां के विश्राम भवन में पहुंचकर पत्रकारों से बातचीत की। इस समय उन्होंने कहा कि, जिला अस्पताल ने दो वर्ष पूर्व एमआईआर मशीन का प्रस्ताव राज्य सरकार की ओर पेश किया था। यह प्रस्ताव आज भी प्रलंबित है। स्थानीय मरीजों को आज भी चंद्रपुर अथवा नागपुर पहुंचकर एमआईआर की टेस्ट करानी पड़ रही है। जिले की 458 ग्रापं में से 55 गांवों की ग्रापं के लिए पृथक इमारत नहीं है। जबकि जिले के 200 गांवों को जोड़ने के लिए अब तक पक्की सड़क का निर्माण ही नहीं किया गया है। रेत, लौह खनिज का अन्य राज्यों में बिना अनुमति परिवहन किया जा रहा है। सुरजागढ़ के लौह उत्खनन के कार्य में स्थानीय भूमिपूत्रों में से केवल 88 लोगों की भर्ती की गयी है। जबकि 3 हजार 445 लोगों को अस्थायी रूप में कार्य दिया गया है।

वहीं लॉयड्स एन्ड मेटल्स एनर्जी कंपनी में 513 में से केवल 2 स्थानीय बेरोजगारों को कार्यकारी अधिकारी के रूप में नियुक्त किया गया है। जबकि शेष 511 बेरोजगारों को सामान्य कामगार के रूप में रोजगार दिया गया है। इस कंपनी में बड़े पद पर जिले का एक भी बेरोजगार नहीं होने से दानवे ने खेद व्यक्त किया। गड़चिरोली जिले में लंबे अरसे से बंद पड़ा अभियांत्रिकी महाविद्यालय, स्थानीय बेरोजगारों को रोजगार, किसानों की खेती के लिए नियमित बिजली आपूर्ति, स्वास्थ्य सुविधाओं को लेकर राज्य सरकार से जवाब भी मांगा जाएगा। ऐसी जानकारी भी दानवे ने इस समय दी। पत्र परिषद में शिवसेना के किशोर पोतदार, जिला प्रमुख वासुदेव शेडमाके, छाया कुंभारे आदि प्रमुखता से उपस्थित थे। 

 

Created On :   14 Feb 2023 6:44 PM IST

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