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पूर्व मुख्यमंत्री राणे की आत्मकथा तैयार, मुख्यमंत्री फडणवीस करेंगे विमाेचन
डिजिटल डेस्क, मुंबई। पूर्व मुख्यमंत्री नारायण राणे ने अपनी आत्मकथा लिखी है। उनकी आत्मकथा प्रकाशन के लिए तैयार हैं और जल्द ही मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के हाथों इसका विमोचन होगा। मुंबई की गली से निकल कर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री की कुर्सी तक पहुंचने वाले राणे की आत्मकथा में कई रोचक खुलासे होने की उम्मीद लगाई जा रही है।
उतार-चढ़ाव की पूरी जानकारी
बता दें कि राणे ने एक मराठी न्यूज चैनल से बातचीत में कहा कि उन्होने अपनी आत्मकथा तैयार कर ली है। राणे ने अपनी आत्मकथा में शिवसेना छोड़ने के असली कारण का उल्लेख भी किया है। उन्होंने इसमें यह भी लिखा है कि उद्धव ठाकरे किस तरह पार्टी नेताओं को परेशान करते थे। हालांकि राणे ने साफ किया है कि उद्धव से उनकी कोई व्यक्तिगत दुश्मनी नहीं है केवल वैचारिक मतभेद है। आत्मकथा में उन्होंने शिवसेना छोड़ कर कांग्रेस में जाने और कांग्रेस छोड़ अपनी नई पार्टी महाराष्ट्र स्वाभिमान पक्ष की स्थापना के बारे में विस्तार से लिखा है।
1972 में शिवसेना से अपने राजनीतिक कैरियर की शुरुआत करने वाले राणे 1 फरवरी 1999 से 17 अक्टूबर 1999 तक महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री रहे। 2005 में वे शिवसेना छोड़ कांग्रेस में शामिल हो गए थे। 2017 में उन्होंने कांग्रेस भी छोड़ दी। राणे राजनीति में अपने उग्र स्वभाव के लिए भी जाने जाते हैं। हालांकि उनके बार-बार पार्टी बदलने से जहां उनके समर्थकों में नाराजगी देखी गई, वहीं उनकी छवि भी दल-बदलू के रूप में बनने लगी, लेकिन नारायण राणे ने किसी की परवाह किए बगैर निर्णय लेते रहे और अपनी शर्तों पर ही चलते रहे हैं।
‘अब आएगा मजा सबका हिसाब होगा’
इसके पहले बीते 24 अप्रैल को नारायण राणे से बेटे विधायक नितेश राणे ने ट्विट कर अपने पिता द्वारा आत्मकथा लिखे जाने की जानकारी दी थी। नितेश ने ट्विट कर कहा था कि ‘अब आएगा मजा...सबका हिसाब होगा।’ नितेश ने किताब के बारे में और अधिक कुछ नहीं लिखा था।
Created On :   4 May 2019 5:38 PM IST