फडणवीस ने किया शब्दों के साथ खेल
उद्धव ने कहा कि लोकसभा चुनाव से पहले युति की चर्चा के दौरान शिवसेना को उपमुख्यमंत्री पद देने का प्रस्ताव आया तो मैंने भाजपा से साफ कह दिया कि केवल उपमुख्यमंत्री पद के लिए युति करने को लेकर हम लाचार नहीं हैं। उद्धव ने कहा कि मुझे भाजपा अध्यक्ष अमित शाह का फोन आया था। उन्होंने मुझसे पूछा कि आप क्या चाहते हैं। मैंने शाह से कहा कि शिवसेना प्रमुख दिवंगत बालासाहब ठाकरे को वचन दे चुका हूं कि मैं शिवेसना का मुख्यमंत्री बनाकर दिखाऊंगा। इस पर शाह ने मुझे कहा कि जिस दल की सीटें ज्यादा आएंगी उसका मुख्यमंत्री बनेगा। फिर मैंने शाह से कहा कि मुझे शिवसेना के लिए ढाई साल का मुख्यमंत्री पद चाहिए। इसके जवाब में शाह ने कहा कि जब शिवसेना का मुख्यमंत्री होगा तो भाजपा मदद करेगी और जब भाजपा का मुख्यमंत्री बनेगा तो शिवसेना हमें मदद करें। इसके बाद शाह मातोश्री में मुझसे मिलने के लिए आए थे। उस वक्त मैंने शाह से कहा था कि भाजपा और शिवसेना के बीच 50-50 का जो फार्मूला तय हुआ है, उसे प्रदेश भाजपा के नेताओं को भी बता दीजिए।
इसके बाद फडणवीस को ढाई-ढाई साल मुख्यमंत्री पद के फार्मुले की जानकारी दी गई थी। इस पर फडणवीस ने मुझसे कहा कि अगर मैं ढाई-ढाई साल के लिए मुख्यमंत्री पद के बारे में बोलूंगा तो मुझे मेरी पार्टी में अड़चन होगी। इसलिए मैं मीडिया के सामने अपने शब्दों में युति के फार्मूले के बारे में कहूंगा। फडणवीस ने मीडिया के सामने कहा कि पद और जिम्मेदारी का एक समान बटंवारा होगा। उद्धव ने कहा कि अब मुझे पता चल गया कि फडणवीस शब्दों के साथ कैसे खेल कर सकते हैं। उद्धव ने कि कहा कि सत्ता की कुर्सी आदमी को कितना पागल बना देती है। यह फडणवीस को देखकर समझ में आ गया है। मुझे फडणवीस से ऐसी अपेक्षा नहीं थी।