आंदोलनकारियों के नारों से गूंज उठा कलेक्ट्रेट

डिजिटल डेस्क, वर्धा. गुरुवार को जिलाधिकारी कार्यालय परिसर विभिन्न आंदोलनों से गूंज उठा। राज्य सरकार द्वारा बढ़ाई गई 37 फीसदी बिजली बिल वृृद्धि का विरोध करते हुए महाविकास आघाडी़ ने गांधी पुतला परिसर में बिजली बिलों की होली की। वहीं आदिवासियों की विभिन्न मांगों को लेकर गुरुवार को जिलाधिकारी कार्यालय के समक्ष इंडियन्स सोशल मुवमेंट संगठन के नेतृत्व में आदिवासियों ने धरना आंदोलन किया। वर्धा जिला अशासकीय महाविद्यालय शिक्षकेततर कर्मचारी संगठन ने विभिन्न मांगों को लेकर 16 फरवरी को जिलाधिकारी कार्यालय के सामने आंदोलन किया। दौरान सरकार के विरोध में नाराजगी व्यक्त करते हुए प्रदर्शन किया गया। विश्व धरोहर बुद्ध जन्मस्थल लुंबिनी, अजंता गुफा और जुन्नर गुफाओं पर ब्राम्हणवादियों द्वारा कब्जा करने के विरोध में गुरुवार को बुद्धिस्ट इंटरनेशनल नेटवर्क संगठन द्वारा डॉ. बाबासाहब आंबेडकर पुतला परिसर में धरना आंदोलन किया गया।
राज्य सरकार ने बिजली का झटका देते हुए 37 फीसदी बिजली वृद्धि का प्रस्ताव पारित किया है। जिसका विरोध करते हुए गुरुवार को महाविकास आघाडी द्वारा महात्मा गांधी प्रतिमा परिसर में बिजली बिल की होली जलाकर राज्य सरकार का निषेध व्यक्त किया। तत्पश्चात मांगों का ज्ञापन जिलाधिकारी के माध्यम से उपमुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस को भेजा गया।
ज्ञापन में कहा गया है कि, उपमुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस पर ऊर्जामंत्री पद की भी जिम्मेदारी है। कुछ वर्षो पूर्व विरोधी पक्षनेता रहते बिजली बिल कम करने की मांग की थी। लेकिन सत्ता बदलते ही उपमुख्यमंत्री के अंतर्गत आनेवाले बिजली मंडल ने घरेलू, किसान व उद्योजकों के बिल पर 37 फीसदी दरवृद्धि का प्रस्ताव प्रस्तुत किया है। यह निर्णय महाराष्ट्र के नागरिकों की प्रताड़ना करनेवाला है। जिससेे यह अन्याय जनक दरवृद्धि का प्रस्ताव तुरंत राज्य शासन रद्द करें, अन्यथा रास्ते पर उतरकर तीव्र आंदोलन करने की चेतावनी ज्ञापन द्वारा दी गई। आंदोलन में राकांपा जिलाध्यक्ष सुनील राउत, कांग्रेस के जिलाध्यक्ष मनोज चांदुरकर, राकांपा के प्रदेश उपाध्यक्ष दीवाकर गमे, सुधीर पांगुल, विनय डहाके, विशाल हजारे सहित कार्यकर्ता बड़ी संख्या में शामिल हुए।
आदिवासियों ने किया प्रदर्शन
आदिवासियों की विभिन्न मांगों को लेकर गुरुवार को जिलाधिकारी कार्यालय के समक्ष इंडियन्स सोशल मुवमेंट संगठन के नेतृत्व में आदिवासियों ने धरना आंदोलन किया। जिलाधिकारी को मांगों का ज्ञज्ञपन सौंपा गया। इस समय मंगेश सराटे, अजय धुर्वे, दर्शन धुर्वे, प्रितम धुर्वे,, लक्ष्मण कोरचे, आशीष धुर्वे, श्याम धुुर्वे, शेखर कुमरे, अक्षय कुमरे, दौलत कुमरे, शिवराम मसराम, इंदु कुमरे, सुनीता कुमरे, जयश्री धुर्वे, लक्ष्मी मरस्कोल्हे, ममता कोरचे, प्रमोद पवार, दशरथ कोरचे, अंबादास धुर्वे, ईश्वर धुर्वे सहित बड़ी संख्या में कर्मचारी मौजूद थे।
Created On :   17 Feb 2023 8:15 PM IST