अब पेयजल आपूर्ति को लेकर मनपा आयुक्त व सत्तपक्ष के बीच टकराव

Conflict between  manpa commissioner and the ruling party over drinking water supply
अब पेयजल आपूर्ति को लेकर मनपा आयुक्त व सत्तपक्ष के बीच टकराव
अब पेयजल आपूर्ति को लेकर मनपा आयुक्त व सत्तपक्ष के बीच टकराव

डिजिटल डेस्क, नागपुर।  मनपा में कलह जारी है। शहर में पेयजलापूर्ति को लेकर मनपा आयुक्त और सत्तापक्ष दोनों ही फिर आमने-सामने हैं। अब तक अपनी पीठ खुद थपथपाने वाला सत्तापक्ष आज आयुक्त के दावे पर सवाल उठा रहा है। आयुक्त का दावा है कि 17-18 घंटे तक शहर में पानी मिल रहा है, जबकि सत्तापक्ष के प्रमुख पदाधिकारियों का दावा है कि कई इलाकों में नाममात्र ही पानी आ रहा है। 
जलप्रदाय के दावे कटघरे में

मनपा के जलप्रदाय विभाग का दावा है कि लक्ष्मी नगर, हुनमान नगर, आशी नगर, सतरंजीपुरा, मंगलवारी और नेहरू नगर इन 6 जोन में 18 घंटे जलापूर्ति हो रही है। मनपा का 24 बॉय 7 योजना की ओर यह बढ़ता कदम है। भरपूर पानी उपलब्ध होने से नागरिकों के चेहरे खुशी से खिल उठे हैं। परंतु मनपा के जलप्रदाय विभाग का यह दावा सच नहीं है। जिन इलाकों में 18 घंटे जलापूर्ति के ढोल पीटे जा रहे हैं, उसी इलाके के नागरिक आज भी पानी के लिए तरस रहे हैं। किसी के घर आधा घंटा, किसी के घर एक घंटा तो किसी के घर डेढ़ से दो घंटे ही नल में पानी आ रहा है।  मनपा का जलप्रदाय विभाग अपने ही हाथ से अपनी पीठ थपथपा रहा है।

जमीनी हकीकत...प्रत्यक्ष स्थिति कुछ अलग ही है
तुकाराम मुंढे ने मनपा आयुक्त की कमान संभालने के बाद दूसरे ही दिन से जनता दरबार शुरू किया। नागरिकों से प्राप्त शिकायतों के आधार पर आम नागरिकों की बुनियादी सुविधाओं से जुड़े स्वास्थ्य, स्वच्छता, जलापूर्ति व्यवस्था में सुधार को प्राथमिकता दी। भांडेवाड़ी डंपिंग यार्ड में वैज्ञानिक पद्धति से कचरे पर प्रक्रिया करने का फरमान जारी किया। जलापूर्ति व्यवस्था में बेहतर सुधार के कदम उठाए। 6 जोन के कमांड एरिया में जलापूर्ति कालावधि बढ़ाने के आदेश दिए। इसे 24 बॉय 7 जलापूर्ति की दिशा में अहम कदम माना गया। अवैध कनेक्शन खंडित करने व लिकेज दुरुस्ती पर तत्काल प्रभाव से काम करने के िनर्देश दिए। प्रत्यक्ष स्थिति कुछ अलग ही है।

मुंढे की प्राथमिकता : स्वास्थ्य, स्वच्छता और पेयजल
यह जरूर हुआ
106 डबल नल कनेक्शन कट किए गए। 260 घरों में अवैध नल कनेक्शन पर कार्रवाई की गई। 170 नल को जोड़े गए मीटर के साथ छेड़छाड़ पकड़ी गई। इन कार्रवाई के चलते 1 एमएलडी पानी की बचत हुई। राजभवन बर्डी में लिकेज दुरुस्ती, मानस चौक में अवैध पाइप लाइन कट किए जाने से 2 एमएलडी पानी की बचत हुई। यानी एक महीने में 3 एमएलडी पानी की बचत हो रही है। नरसाला, हुडकेश्वर में जलापूर्ति करने वाले 120 टैंकर बंद हुए।

पर यह नहीं हुआ
आधा घंटे से डेढ़-दो घंटे के अागे बढ़कर 18 घंटे जलापूर्ति नहीं हुई। भांडेवाड़ी डंपिंग यार्ड में कचरे की वैज्ञानिक पद्धति से प्रक्रिया में सुधार नहीं। कचरा संकलन गीला, सूखा अलग-अलग नहीं।

लोगों की आपबीती
हमारे घर नल से शाम 1 घंटा जलापूर्ति होती है। 18 घंटे जलापूर्ति की तो हमें कोई खबर ही नहीं। हमारे नल से कभी जलापूर्ति हुई भी नहीं।
रमेश वानखेड़े, निवासी जरीपटका

नल से पानी तो एक घंटा से ज्यादा समय आता है, लेकिन प्रेशर थोड़े समय ही रहता है। जरूरत का पानी मिल जाता है। गर्मी के समय थोड़ी दिक्कत होती है। - शेखर वाढ़े, निवासी बेझनबाग

जिम्मेदारों के तर्क

नागरिकों का मजाक
18 घंटे जलापूर्ति का दावा गलत है। मेरे प्रभाग में किसी भी इलाके में नहीं हुई है। यह बयान नागरिकों के साथ मजाक है। - महेंद्र धनविजय, सभापति, कर समिति

आयुक्त स्पष्टीकरण दें
नागपुर शहर में 64 कमांड एरिया है। 14 कमांड एरिया में 24 बॉय 7 जलापूर्ति का ट्रायल चल रहा है। इसे िनयमित जलापूर्ति नहीं कहा जा सकता। आयुक्त के माध्यम से 6 जाेन में 18 घंटे जलापूर्ति का बयान गलत है। आयुक्त से इस विषय पर स्पष्टीकरण मांगा जाएगा।
विजय झलके, सभापति, स्थायी व जलप्रदाय समिति

जलापूर्ति में सुधार
जलापूर्ति में सुधार हुआ है। कुछ इलाकों में 10 से 12 घंटे जलापूर्ति हो रही है। जारी किए गए बयान में कहीं भी 18 घंटे जलापूर्ति का दावा नहीं किया गया है। - श्वेता बैनर्जी, कार्यकारी अभियंता, मनपा जलप्रदाय िवभाग
 

Created On :   16 March 2020 6:34 AM GMT

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