संविधान और मनुस्मृति में छिड़ा संघर्ष, आरएसएस पर बैन लगाने की मांग

Conflicts erupt in constitution and Manusmriti, demand to ban on RSS
संविधान और मनुस्मृति में छिड़ा संघर्ष, आरएसएस पर बैन लगाने की मांग
संविधान और मनुस्मृति में छिड़ा संघर्ष, आरएसएस पर बैन लगाने की मांग

डिजिटल डेस्क, नागपुर। देश में राजनीतिक माहौल में बदलाव का आव्हान करते हुए भीम आर्मी के प्रमुख चंद्रशेखर आजाद ने आरएसएस पर बैन लगाने की मांग की है। उन्होंने कहा है कि संविधान और मनुस्मृति के बीच संघर्ष  चल रहा है। मनुस्मृति लोकतांत्रिक अधिकारों को नहीं मानती है। मनुवाद तब ही खत्म होगा जब आरएसएस पर बैन लगेगा। भाजपा को आरएसएस ही चलाता है। संविधान की बात की जाती है और मनुस्मृति का एजेंडा चलाया जा रहा है। सरसंघचालक डॉ.मोहन भागवत के बारे में कहा कि वे झूठ का चोला उतारकर चुनाव में सीधे शामिल हो। उन्हें जनता का जवाब मिल जायेगा। शनिवार को रेशमबाग मैदान में संविधान बचाओ कार्यक्रम में आजाद बोल रहे थे। उन्होंने यह भी कहा कि नागरिकता को लेकर आंदोलन जारी रहेगा। राज्य में एनआरसी को नहीं रोका गया तो राज्य सरकार के विरोध में भी आंदोलन किया जाएगा। मुस्लिम बहुजन एकता का आव्हान करते हुए कहा कि शोषक से न्याय की उम्मीद नहीं की जा सकती है। विभाजित रहे तो संकट में फंसकर रह जाएंगे। आरक्षण के मामले पर कहा कि सामाजिक भागीदारी पूरी होने तक आरक्षण की समीक्षा की बात भी नहीं की जानी चाहिए।

आरक्षण की समीक्षा की बात करत रहे सरसंघचालक पहले यह आंकड़े बताएं कि 4000 वर्ष में बहुजन समाज पर किस तरह अत्याचार हुए हैं। बहुजन समाज समानता चाहता है, अपना अधिकार चाहता है। प्रधानमंत्री का सम्मान किया जाना चाहिए। हम भी करते हैं। लेकिन प्रधानमंत्री ने भी संविधान व जनता का सम्मान करना चाहिए। जनता सीएए नहीं चाहती है। यह देश किसी के बाप का नहीं है। आजाद ने यह भी कहा कि गोली की बोली ठीक नहीं है। उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गोली की बात करते हैं। सरकार बदलने दो सबका हिसाब लिया जायेगा। हर जुर्म की सजा मिलेगी। बहुजनों की सत्ता आयेगी। सरकार से बड़ी ताकत न्यायालय की है। उससे बड़ी ताकत जनता की है। ताकत का सही उपयोग होना चाहिए। देश में कई बार आक्रमण हुए। देश को तोड़ने का प्रयास किया गया। लेकिन यहां की जनता ने देश को टूटने नहीं दिया। जनांदोलन देश आक्रमणकारी अपने देशों को लौटे। अब बड़ा जनांदोलन हो रहा है। सरकार पर  रोजी,रोटी, स्वास्थ्य, शिक्षा व सुरक्षा देने की जिम्मेदारी होती है। फिलहाल सरकार देश के नागरिकों में दोयम दर्जे का भाव तैयार कर रही है। असुरक्षा महसूस की जा रही है।

तिरंगा फहराया

चंद्रशेखर आजाद ने कार्यक्रम परिसर में तिरंगा झंडा फहराया। उन्होंने कहा कि तिरंगा देश के हर कोने में फहरेगा। आरएसएस संविधान की बात करता है। देशभक्ति के सर्टिफिकेट बांटता हैं लेकिन तिरंगा नहीं फहराता है।

बंद प्रदर्शन

आजाद ने कहा कि संत गाडगे बाबा की जयंती पर रविवार काे देश भर में बंद प्रदर्शन होगा। नागरिकता के मामले में किसी को कागज दिखाने की जरुरत नहीं है। एक भी व्यक्ति डिटेक्शन कैंप में नहीं जायेगा। 

Created On :   22 Feb 2020 6:51 PM IST

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