कोकण में प्रस्तावित ग्रीन रिफायनरी के विरोध में कूदी कांग्रेस

डिजिटल डेस्क, मुंबई । शिवसेना-मनसे के बाद अब कांग्रेस भी कोकण में प्रस्तावित ग्रीन रिफायनरी परियोजना के विरोध में कूद पड़ी है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अशोक चव्हाण ने कहा है कि कांग्रेस स्थानीय लोगों के समर्थन में हैं। जब स्थानीय लोग विरोध में हैं तो सरकार जबरन इस परियोजना को न थोपे। आगामी 19 अप्रैल को पार्टी का एक प्रतिनिधिमंडल नाणार जाकर स्थानीय लोगों से बातचीत करेगा।
चव्हाण से मिला प्रतिनिधिमंडल
शनिवार को नाणार ग्रीन रिफायनरी परियोजना का विरोध कर रहे कोकण रिफायनरी विरोधी संघर्ष समिति की प्रतिनिधियों ने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष चव्हाण से मुलाकात की। चव्हाण ने प्रतिनिधिमंडल को आश्वासन दिया कि कांग्रेस पार्टी आपके साथ है। बाद में पत्रकारों से बातचीत में चव्हाण ने कहा कि रिफायनरी परियोजना के लिए अधिग्रहित की जाने वाली जमीन पर आम और काजू के लाखों पेड़ हैं। इस परियोजना की वजह से किसानों की उपजाऊ भूमि चली जाएगी। इससे उनके सामने आजीविका की समस्या पैदा हो जाएगी। साथ ही पर्यावरण के लिए भी गंभीर समस्या पैदा होगी। इस परियोजना को लेकर स्थानीय लोगों में बेहद रोष है। सरकार को इस पर ध्यान देना चाहिए। कांग्रेस नेता ने कहा कि स्थानीय लोगों के विरोध को दबाने की कोशिश नहीं होनी चाहिए। उन्होंने कहा क नाणार परियोजना को लेकर शिवसेना की भूमिका दोहरी है। यदि शिवसेना वास्तव में इस परियोजना के खिलाफ है तो भूमि अधिग्रहण के लिए एमआईडीसी की तरफ से जारी परिपत्र रद्द करे अन्यथा सरकार से बाहर निकलें।
मुख्यमंत्री ने कहा था नाणार गांव के लोगों को गलतफहमी
मुख्यमंत्री ने कहा कि रत्नागिरी के नाणार गांव वालों को गलतफहमी है कि परियोजना से बहुत ज्यादा प्रदूषण होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि मैंने नाणार गांव के कुछ लोगों को बताया है कि मुंबई के चेंबूर में 50 साल से रिफाइनरी है। यहां पर कोई प्रदूषण नहीं है। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस परियोजना से प्रदेश के लोगों को काफी फायदा होगा। लगभग एक लाख लोगों को सीधे रोजगार मिल सकेगा।
Created On :   14 April 2018 7:18 PM IST