कोरोना वायरस के अफवाहों का बाजार पर असर, चिकन और अंडे का कारोबार ठंडा

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कोरोना वायरस के अफवाहों का बाजार पर असर, चिकन और अंडे का कारोबार ठंडा

डिजिटल डेस्क, नागपुर। कोरोना वायरस के बढ़ते दहशत ने लोगों को बॉयलर चिकन और अंडे खाने से परहेज करने को मजबूर कर दिया। इतना ही नहीं, सोशल मीडिया पर इतने अफवाह फैलाए जा रहे हैं कि खाने वाले भी दूरी बनाने लगे हैं। ऐसे में इसका असर सीधे तौर पर कारोबार पर पड़ा है। अब तक प्रति सप्ताह 350 टन चिकन बिका करता था, जो अब घट कर 150 टन पर आ गया है। वहीं 4.5 रुपए प्रति नग की दर से बिकने वाले अंडे की कीमत भी घट कर 3.8 रुपए प्रति नग पर आ गया है। महाराष्ट्र पशु व मत्स्य विज्ञान विश्वविद्यालय ने साफ किया कि चिकन और अंडा खाने से कोरोना की चपेट में आने की सूचना भ्रामक है।

विश्वविद्यालय कुलगुरु डॉ. आशीष पातुरकर ने सोमवार को पत्रकारों को बताया कि अफवाहों के कारण प्रदेश के चिकन और अंडों के व्यवसाय को भारी नुकसान हो रहा है। चिकन व अंडे को बॉयल करते वक्त पानी का तापमान 100 डिग्री सेल्सियस होता है। इतनी गर्मी में कोरोना वायरस टिक नहीं सकता। भारत में अभी ग्रीष्मऋतु का आगमन हो रहा है, जिसमें कोरोना संक्रमण टिक नहीं सकता। ऐसे तमाम आवश्यक मुद्दों पर विश्वविद्यालय अब व्यापक जनजागृति करने जा रहा है। इसके लिए विश्वविद्यालय के राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस) के विद्यार्थियों की मदद ली जाएगी। सोशल मीडिया पर भी व्यापक प्रचार प्रसार किया जाएगा।  पत्रकार परिषद में कुलसचिव चंदन पराते, डॉ.इंगले, डॉ.टेंभुर्णे, विदर्भ पोल्ट्री एसोसिएशन अध्यक्ष डॉ राजन दूधफले आदि थे।
 

Created On :   11 Feb 2020 7:16 AM GMT

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