कोर्ट की लिफ्ट अचानक बंद होने से वकीलों की हालत बिगड़ी, आईसीयू में किया भर्ती

Court lift suddenly stop, lawyers condition worsened, admit icu
कोर्ट की लिफ्ट अचानक बंद होने से वकीलों की हालत बिगड़ी, आईसीयू में किया भर्ती
कोर्ट की लिफ्ट अचानक बंद होने से वकीलों की हालत बिगड़ी, आईसीयू में किया भर्ती

डिजिटल डेस्क, नागपुर। सिविल लाइंस स्थित जिला व सत्र न्यायालय में  उस समय हड़कंप मच गया, जब कोर्ट की लिफ्ट अचानक बंद पड़ गई।  जिससे 3 वकीलों की हालत बिगड़ गई। बताया जाता है कि लिफ्ट बंद होने से तीन महिला अधिवक्ता काफी देर तक फंसी रहीं, उन्हें जब तक बाहर निकाला गया, तब तक उनकी हालत ज्यादा बिगड़ गई। डिस्ट्रिक्ट बार एसोसिएशन अध्यक्ष एड. कमल सतुजा, सचिव एड. नितीन देशमुख  और अन्य वकीलों ने मिल कर उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया। दो महिला अधिवक्ता सुधा सहारे और शाहिन शाह को सदर स्थित एक निजी अस्पताल के आईसीयू में भर्ती कराना पड़ा। मंगलवार शाम तक उनकी सेहत में सुधार हो सका, वहीं एक अन्य महिला अधिवक्ता आफरीन  को अन्य निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। उनकी हालत बाकी दो वकीलों से जरा बेहतर थी। 

एक वर्ष से डॉक्टर की कर रहे मांग
बता दें कि कोर्ट की बहुमंजिला इमारत के ग्राउंड फ्लोर में दाखिल होते ही सामने दो लिफ्ट हैं, दूसरी ओर भी लिफ्ट है। जजों के लिए स्वतंत्र लिफ्ट का बंदोबस्त है। लिफ्ट का उपयोग वकील और पक्षकार करते हैं। सातवीं मंजिल तक लिफ्ट से ही आना-जाना करना पड़ता है। मंगलवार को भी रोज की तरह ही लिफ्ट का उपयोग हो रहा था। अचानक परिसर की एक लिफ्ट बंद हो गई। लिफ्ट किसी तकनीकी खराबी के चलते बंद होने की जानकारी है। एड. सतुजा ने भास्कर से बातचीत में कहा कि जिला न्यायालय के परिसर में एक भी चिकित्सक नहीं हैं, जो ऐसी स्थितियों में मरीजों को फर्स्ट एड दे सकें। पिछले एक वर्ष से कोर्ट परिसर में चिकित्सक नियुक्त करने की मांग कर रहे हैं। यहां प्रतिदिन करीब 5 हजार वकील और 10 हजार पक्षकार आते हैं, उनके लिए तो चिकित्सक होना ही चाहिए। यह पहली बार नहीं है कि कोर्ट में किसी कारणवश वकील या पक्षकार की तबीयत बिगड़ी है। यहां किसी न किसी को कभी भी चिकित्सक की जरूरत पड़ सकती है। कोर्ट में जल्द से जल्द चिकित्सक और अन्य सेवाएं उपलब्ध कराए जाने चाहिए। 

 

Created On :   12 Jun 2019 10:33 AM IST

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