बढ़े अपराध, महिलाएं भी ज्यादा असुरक्षित

डिजिटल डेस्क, मुंबई, दुष्यंत मिश्र। पुलिस की तमाम कोशिशों के बावजूद देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में महिलाएं ज्यादा असुरक्षित हो रहीं हैं। पुलिस के आंकड़े बताते हैं कि साल 2022 में महिलाओं के लिए सबसे ज्यादा सुरक्षित माने जाने वाले शहर मुंबई में महिलाएं 6133 आपराधिक वारदातों का शिकार हुईं हैं जबकि साल 2021 में महिलाओं के खिलाफ अपराध के 5497 मामले दर्ज किए गए थे। महानगर में बीते साल 984 महिलाएं दुष्कर्म का शिकार हुईं हैं जिनमें से 614 नाबालिग और 370 बालिग थीं। साल 2021 में महानगर में 888 महिलाओं के खिलाफ दुष्कर्म की वारदातें सामने आईं थीं। इनमें से 524 नाबालिग थीं। इसके अलावा 2022 में महिलाओं से छेड़छाड़ की 2347 वारदातें भी सामने आईं हैं। इसके अलावा महानगर में दहेज उत्पीड़न के भी मामले बढ़े हैं। साल 2021 में दर्ज 785 के मुकाबले साल 2022 में दहेज उत्पीड़न के 868 मामले दर्ज किए गए। बीते साल महिलाओं के अगवा करने की 1164 वारदातें हुईं।
चोरों की चांदी
कोरोना संक्रमण से जुड़े लॉकडाउन खुलने और लोगों के कामकाज पर लौटने का सबसे ज्यादा फायदा चोरों ने उठाया है और साल 2022 में महानगर में चोरी के 14 हजार 818 मामले दर्ज किए गए हैं। साल 2021 में मुंबई में चोरी की 4 हजार 534 वारदातें ही दर्ज की गईं थीं। यानी साल 2021 के मुकाबले साल 2022 में चोरी की 10 हजार 284 ज्यादा चोरी की वारदातें हुईं हैं। इसके अलावा महानगर में होने वाले कुल अपराध भी बढ़े हैं और साल 2021 में हुई कुल 64 हजार 656 आपराधिक वारदातों के मुकाबले साल 2022 में 70 हजार 367 आपराधिक वारदातें दर्ज की गईं हैं। वारदात सुलझने की दर भी घटी है और साल 2021 में जहां पुलिस 82 फीसदी अपराधों की गुत्थी सुलझाने में कामयाब रही थी वहीं साल 2022 में 68 फीसदी आपराधिक मामलों में ही पुलिस आरोपियों तक पहुंच पाई।
साइबर अपराध बढ़े, सुलझने की दर घटी
महानगर में साल 2022 में साइबर अपराध भी तेजी से बढ़े और आंकड़ा 4718 तक पहुंच गया। हैरानी की बात यह है कि साइबर अपराधों से निपटने के लिए अलग पुलिस स्टेशनों के गठन के बावजूद अपराध सुलझने की दर कम हुई है। कुल दर्ज मामलों में से पुलिस 346 की ही गुत्थी सुलझाते हुए 528 आरोपियों को गिरफ्तार कर पाई। साल 2021 में महानगर में साइबर अपराध के कुल 2883 मामले दर्ज किए गए थे जिनमें से 455 को हल करते हुए पुलिस ने 767 आरोपियों को गिरफ्तार किया था।
‘सजा में कमी से बढ़ रहे अपराध’
महानगर में बढ़ते अपराधों पर एनजीओ प्रजा फाउंडेशन के प्रमुख निताई मेहता ने कहा कि पुलिस ज्यादातर मामलों में अपराधियों को सजा नहीं दिला पाती इसलिए भी अपराध बढ़ रहे हैं क्योंकि अपराधियों में कानून का डर नहीं बचा है। इसके अलावा नाबालिगों से दुष्कर्म के अधिकतर मामलों में हमने पाया है कि पीड़िता के रिश्तेदार या जान पहचान के लोग ही वारदात करते हैं। अगर पुलिस नाबालिग बच्चियों और उनके अभिभावकों के बीच जागरूकता अभियान चलाए तो इस पर कुछ हद तक नियंत्रण संभव है।
महानगर में बढ़े अपराध
अपराध 2022 2021 2020
दुष्कर्म 984 888 767
छेड़छाड़ 2349 2076 1945
हत्या 133 162 148
जबरन वसूली 308 280 204
Created On :   17 Jan 2023 8:35 PM IST