भारत का पैसा विदेश भेज रहे हैं साइबर अपराधी : नरुल

Cyber criminals are sending Indias money abroad: Narul
भारत का पैसा विदेश भेज रहे हैं साइबर अपराधी : नरुल
नागपुर भारत का पैसा विदेश भेज रहे हैं साइबर अपराधी : नरुल

डिजिटल डेस्क, नागपुर। भारत का पैसा विदेशों में भेजा जा रहा है। इसके लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर साइबर अपराधियों का गिरोह सक्रिय है। गिरोह से जुड़े दो एजेंटों को अजनी पुलिस ने सातारा जिले के कराड़ से गिरफ्तार कर लाया है, जो कि लोन देने तथा लोन की वसूली की आड़ में बदनाम करने की धमकी देकर उगाही करते हैं। शनिवार को हुई पत्र परिषद में जोन क्र.4 के उपायुक्त नरुल हसन ने प्रकरण में जररूत पड़ने पर इंटरपोल की मदद लेने की तैयारी दर्शाई है। 

खातों में मिले लाखों रुपए

पूछताछ के दौरान आरोपी एजेंटों ने बताया कि विदेश में बैठे साइबर अपराधियों से वह कभी नहीं िमले हैं। उन्हें यह काम करने के लिए 3 प्रतिशत कमीशन मिलता है। इसके लिए विदेश से उन्हें रोजाना 25 लोगांे को ठगने की सूची, नाम और नंबरों के साथ वाट्सएप पर आती थी। जनवरी से अब तक प्रति एजेंट 500 से भी ज्यादा लोगों को ठग चुके हैं। उनके खातों में प्रति एजेंट 27 लाख रुपए कमीशन जमा हुए हैं। आरोपी कैफ ऑटो चालक है तथा इरशाद बेरोजगार है। विदेश में बैठे साइबर अपराधियों के ऐसे कई एजेंट भारत में सक्रिय हैं। 

वाट्सएप पर लिंक भेजा : आरोपी कैफ इब्राहिम सैयद (25) सोमवारपेठ कराड़ जिला सातारा और उसका साथी इरशाद इस्माइल शेख (32) दापोली पुणे निवासी को कराड़ से गिरफ्तार कर लाया गया है। आरोपियों ने 21 वर्षीय युवती के वाट्सएप नंबर पर लिंक भेजकर फोक्सलोन एप्लिकेशन डाउनलोड करने को कहा। एप्लिकेशन डाउनलोड होते ही उसके खाते में 1200 रुपए जमा हो गए। फिर इसकी रिकवरी के लिए बार-बार फोन आने से युवती परेशान हो गई। उसके बाद ब्याज सहित 4400 रु. बताए गए खाते में ऑनलाइन जमा की। इसके बाद भी रकम मांगने पर देने से इनकार करने पर आरोपियों ने उसका वाट्सएप नंबर हैक कर उसकी अश्लील फोटो तैयार कर

मोबाइल में दर्ज नंबरों पर रिश्तेदारों और परिचितों को भेज दी। फोटो वायरल होते ही विभिन्न शहरों से लोगों के फोन आने लगे। बदनामी से त्रस्त युवती परिजनों के साथ जोन क्र.4 के उपायुक्त नरुल हसन से मिली। उसके बाद पुलिस ने लोन और वसूली के लिए जिन नंबरों से फोन आए थे, उन आरोपियों पकड़कर थाने ले आई, मगर आरोपियों ने युवती को जानने से इनकार किया है। गुत्थी सुलझाने के लिए साइबर विशेषज्ञों की मदद ली गई। इससे पता चला कि हैकरों ने कुछ लोगों के वाट्सएप नंबर हैक कर हांगकांग, चीन, दुबई आदि स्थानों से फोन किए थे। तकनीकी मदद से पुलिस एजेंटों तक पहुंची और उन्हें गिरफ्तार कर नागपुर लाई है। आरोपी पुलिस के पीसीआर में हैं।   

क्रिप्टो  करंसी का खेल :  प्रकरण में क्रिप्टो करंसी का खेल होने का पुलिस को शक है। यह अनुमान व्यक्त किया जा रहा है कि विदेश में बैठे किसी व्यक्ति को भारतीय मुद्रा की जरूरत पड़ती है, तो क्रिप्टो करंसी के माध्यम से साइबर अपराधी लेन-देन करते होंगे। प्रकरण मनी लॉड्रिंग से जुड़ा होने तथा अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इसका फैलाव होने से ईडी तथा इंटरपोल की मदद लिए जाने की संभावना उपायुक्त नरुल हसन ने जताई है। 
 

 

 

Created On :   31 July 2022 8:15 PM IST

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