डेंगू पॉजिटिव की एनएससी में मौत!- इस साल मौत का यह दूसरा मामला

डिजिटल डेस्क सिंगरौली (वैढऩ)। वायरल संक्रमण डेंगू का एक और केस जिले में पॉजिटिव मिलने का मामला सामने आया है। मरीज को उसके परिजनों द्वारा गंभीर हालत में शुक्रवार को नेहरू अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां शुक्रवार-शनिवार की दरमियानी रात करीब 2 बजे इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। मृतक वैढऩ-विंध्यनगर रोड का हर्रई निवासी मेहताब हसन पिता एबादुल हसन 43 वर्ष बताया जा रहा है। जिसके डेंगू पॉजिटिव होने की बात शुक्रवार की देर रात करीब 11 बजे सामने आयी थी। मौत की वजह डेंगू है, इसकी पुष्टि तो नहीं हो पायी है। अस्पताल के डॉक्टर्स के अनुसार मरीज मेहताब की किडनी फंक्शन नहीं कर रही थी। उसके शरीर में काफी ज्यादा इंफेक्शन था, वह डायबिटिक भी था और सेप्टिसिमिया की हालत में पहुंच गया था। जिससे डॉक्टर उसकी मौत की वजह सिर्फ डेंगू होने की बात से इनकार कर रहे हैं। कुल मिलाकर फिलहाल मेहताब की मौत की वजह पर संशय की स्थिति बनी हुई है। इस पूरे घटनाक्रम में मौत की वजह भले जो भी हो, लेकिन मेहताब का डेंगू पॉजिटिव पाया जाना और उसकी मौत होना, अपने आप में स्थिति की गंभीरता को बताता है। इससे पूर्व जिले के एक निवासी की कुछ दिन पहले उत्तर प्रदेश के कानपुर में डेंगू से मौत हो चुकी है।
सरकारी इंतजाम अब भी नाकाफी
पिछले करीब माहभर से जिले में डेंगू के एक के बाद एक कई मामले सामने आये हैं। जिसमें दो मौत के मामले भी शामिल हो गये हैं। इसके बाद भी जिले के स्वास्थ्य महकमें द्वारा डेंगू को लेकर जिले में न तो कोई अलर्ट जारी किया गया है। न ही इसे लेकर मुख्यालय वैढऩ स्थित जिला अस्पताल में डेंगू की जांच व इलाज को लेकर विशेष काउंटर की व्यवस्था की गई है।
गंदगी की भरमार से लोग नाराज
डेंगू पॉजिटिव मेहताब की मौत के बाद का घटनाक्रम शनिवार को शहर क्षेत्र में चर्चा का विषय बना रहा। इसे लेकर यह बात भी सामने आयी कि मेहताब के घर के पास गंदगी की भरमार है। यही हालात डेंगू जैसी गंभीर बीमारियों को बढ़ावा देने का कारण बन रहे हैं। मेहताब के परिजन भी बताते हैं कि उनके द्वारा कई बार नगर निगम से गंदगी साफ करने की मांग की गई थी, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। लोग सोशल मीडिया में नगर निगम के जिम्मेदारों को कोसते रहे।
किट की जांच पर संशय
नेहरू अस्पताल की ओर से सामने आयी जानकारी में बताया जा रहा है कि मेहताब के डेंगू की जांच किट से की गई थी। किट की जांच को पुख्ता नहीं माना जाता, इसलिये मेहताब को डेंगू था कि नहीं, इस पर भी संशय है। वहीं दूसरी ओर कुछ चिकित्सकों का यह भी मानना है कि जब जिले में डेंगू की जांच के व्यवस्थित इंतजाम नहीं हैं, तो फिर इन स्थितियों में तो जांच के लिये किट की एक मात्र सहारा है। इसलिये किट की जांच में डेंगू जैसी गंभीर बीमारी का पॉजिटिव पाये जाने को भी तो नजरअंदाज नहीं किया जा सकता।
सदमे में मृतक के परिजन
हर्रई निवासी मेहताब की मौत के बाद उसके परिजन सदमे मे हैं। मेहताब के चचेरे भाई सम्स बताते हैं कि मेहताब के दो बच्चे हैं। उसकी तबियत कुछ दिन से खराब चल रही थी जिससे इलाज नेहरू अस्पताल में चल रहा था। शुक्रवार को स्थिति गंभीर होने के बाद मेहताब को नेहरू अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उन्होंने बताया कि बाहर से आ रहे परिजनों का इंतजार किया जा रहा है। इसलिये शुक्रवार को मेहताब का पार्थिव शरीर अस्पताल की मच्र्युरी में रखा दिया गया है।
व्यापार मंडल ने की अपील
डेंगू की गंभीर बीमारी को लेकर जिले में बन रहे भय के महौल के मद्देनजर संयुक्त व्यापार मंडल वैढऩ ने लोगों से अपील की है कि लोग अपने घरों के आसपास गंदगी न फैलायें। गंदगी को साफ कराने नगर निगम व जिम्मेदार अमले को सूचना देकर, व्यवस्था बनाये रखने में सहयोग करें।
Created On :   25 Nov 2019 3:27 PM IST