3600 स्कूली बच्चों के दांतों का उपचार, दांतों की सफाई में लापरवाह ग्रामीण के बच्चे

डिजिटल डेस्क, नागपुर. शासकीय दंत महाविद्यालय व अस्पताल ने सालभर में 3600 बच्चों के दांतों का उपचार किया। यह सभी बच्चे जिला परिषद की स्कूलों के हैं। ग्रामीण क्षेत्र से होने से दांतों की सफाई के प्रति लापरवाही बरतने से उन्हें विविध बीमारियों का सामना करना पड़ा था। आजादी के अमृत महोत्सव अंतर्गत विविध अभियान चलाए गए। शासकीय दंत चिकित्सा महाविद्यालय व अस्पताल द्वारा सालभर स्कूली बच्चों के लिए ग्रामीण क्षेत्रों के स्कूलों में शिविर लगाए गए। सालभर में 75 शिविर आयोजित किए गए। इस दौरान 6000 बच्चों के दांतों की जांच की गई। जांच में 3600 बच्चों में दांतों की विविध समस्याएं पायी गईं। इन बच्चों में खर्रा व गुटखे से जुड़ी कोई बीमारी दिखायी नहीं दी, लेकिन दांतों की नियमित व सही तरीके से सफाई नहीं होने से उनमें विविध समस्याएं पायी गईं। अधिकतर बच्चों के दांतों में पीलापन, कीड़े लगने की बीमारी पायी गई। वहीं दाढ़ों में खराबी दिखायी दी। इन सभी बच्चों का नि:शुल्क उपचार किया गया।
दंत चिकित्सालय की टीम ने इन बच्चों के दांतों की सफाई से लेकर पूरा उपचार किया गया। बच्चों को दांतों की सफाई के बारे में जागरूकता व सही तरीके के बारे में बताया गया। स्कूलों के शिक्षकों को ग्रामीण क्षेत्रों में दांतों की सफाई को लेकर जागरूकता के लिए जानकारी दी गई, ताकि वे ग्रामीणों को दांतों का महत्व समझा सकें। अधिष्ठाता डॉ. अभय दातारकर के मार्गदर्शन जनसंपर्क अधिकारी डॉ. वैभव कारेमोरे के समन्वय से 75 शिविर सफल हो सके हैं।
Created On :   15 Jan 2023 6:44 PM IST