पाबंदी के बावजूद ई-सिगरेट की गिरफ्त में युवा, 11 आरोपी गिरफ्तार- ई सिगरेट जब्त

डिजिटल डेस्क, मुंबई। पाबंदी के बावजूद मुंबई में बड़ी संख्या में दुकानदार ई-सिगरेट बेंच रहे हैं और युवा विद्यार्थी उनके सबसे बड़े ग्राहक हैं। पुलिस ने तीन ऐसे दुकानदारों को भी पकड़ा है जो नाबालिगों को ई-सिगरेट बेंच रहे थे। सूचना मिलने के बाद मुंबई पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा ने 12 ठिकानों पर छापेमारी करते हुए 14 लाख रुपए से ज्यादा कीमत के ई-सिगरेट और तंबाकू जैसे उत्पाद बरामद किए हैं। दरअसल ई-सिगरेट को लत छुड़ाने के नाम पर बेंचा जाता है लेकिन इसका दुष्प्रभाव सामान्य सिगरेट से भी ज्यादा है। इसके चलते ही केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने साल 2019 में ई-सिगरेट पर पाबंदी लगा दी थी इसके बावजूद कुछ लोग इसे गैरकानूनी तरीके से आयात कर बेंच रहे हैं। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि गुप्त सूचना के आधार पर क्रॉफर्म मार्केट, हीरा पन्ना मार्केट, कार्टररोड, खार, लोखंडवाला, अंधेरी, मालाड की 11 दुकानों और ऑनलाइन बिक्री करने वाली एक दुकान पर छापे मारे गए। इस दौरान 2030 ई-सिगरेट, हुक्का फ्लेवर के 963 बॉक्स, 120 किलो सुगंधित तंबाखू, ई-सिगरेट की 53 रीफिलिंग बॉटल बरामद की गई। इसके आधार पर दुकानदारों के खिलाफ संबंधित कानूनों के तहत एफआईआर दर्ज कर 11 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया। छापेमारी के दौरान पुलिस ने पाया कि तीन दुकानों पर नाबालिगों को ई-सिगरेट बेंची जा रही थी इसलिए तीनों दुकानदारों के खिलाफ बाल न्याय कानून की धारा 77 के तहत भी एफआईआर दर्ज कर ली गई है।
क्या है ई-सिगरेट
ईलेक्ट्रॉनिक निकोटिन डिलिवरी सिस्टम (ईएनडीएस) का प्रचलित नाम ई-सिगरेट है। इसे वेप सिगरेट के नाम से भी जाना जाता है। यह बैटरी से चलने वाला उपकरण होता है जिसमें निकोटिन या गैरनिकोटिन का घोल डालने पर उसे धुएं में परिवर्तित कर देता है। ई-सिगरेट का सेवन करने वालों के अवसादग्रस्त होने की आशंका दो गुनी ज्यादा होती है। इसके अलावा इससे दिल का दौरा पड़ने और खून के थक्के जमने की भी आशंका होती है। पुलिस ने लोगों से भी अपील की है कि वे अपने बच्चों पर ध्यान दें कहीं वे ई-सिगरेट की लत के तो शिकार नहीं हो रहे हैं।
Created On :   15 July 2022 9:42 PM IST