परेड बाजार में पसरी गंदगी,मार्ग में स्थिति डमरीकृत सडक़ की नही हुई मरम्मत

डिजिटल डेस्क, पन्ना। प्रदेश सरकार द्वारा पन्ना शहर को धार्मिक नगरी घोषित किया गया है साथ ही साथ शहर को मिनि स्मार्ट सिटि योजना के अंतर्गत भी जोड़ गया है। शहर को साफ-स्वच्छ रखने के लिये स्वच्छता अभियान पर लाखो करोड़ो रूपये नगर पालिका द्वारा बीते वर्षो के दौरान खर्च किये गये है किन्तु शहर को साफ-स्वच्छ बनाने और शहर की खूबसूरती बढऩे के लिये बनी योजनायें कागजों में ही स्मार्ट बनकर रह गई है।
शहर के साप्ताहिक बाजार स्थिति पहाडक़ोठी मार्ग के बगल से धरमसागर की ओर बिजली विभाग के पावर हाउस तक क्षेत्र जिसे परेड बाजार के नाम से जाना जाता है। परेड बाजार का पूरा क्षेत्र चारेा ओर फैली गंदगी से समाया हुआ है।बाजार के क्षेत्र में जगह-जगह भरे पानी के गढ्ढे दलदल में के रूप में तब्दील हो गये है। इसके साथ ही साथ यहां पर कचड़ेे और गंदगी का बड़ा घूरा बन गया है। जिसमें सड़े फल,सब्जियों की बदबू लोगों को बैचेन करने वाली है। जब हवा चलती है तो पूरे क्षेत्र में बदबू फैल जाती है। परेड बाजार की बदहाल स्थिति किसी से छुपी नही हुई है क्योकि इसी क्षेत्र से गुजरते हुए जिला कलेक्टर सहित अन्य बड़े प्रशासनिक अधिकारी पहाडक़ोठी स्थिति अपने बंगलो में हर दिन पहँुचते है।
परेड बाजार के बीचो-बीच से पुराना डामरीकृत सडक़ मार्ग है जो कि धरमसागर तालाब से जुडा हुआ है। यहीं पर शहरी स्वास्थ्य केन्द्र भी संचालित हो रहा है परंतु यह मार्ग पूरी तरह से उखड़ गया है कई जगह गड्ढे हो गये है जिनमें बारिश का पानी भर जाने की वजह से जो लोग आवागमन करते है उन्हे परेशानी का सामना करना पड़ता है। परेड बाजार जैसे मुख्य स्थल में ही साफ-सफाई स्वच्छता सुन्दरता को लेेकर जो उदासीनता बरती जा रही है वह जिम्मेदारो के कार्यप्रणाली पर सवाल खड़ा कर रही है। गंदगी और जगह-जगह घूरे बन जाने की वजह से इस क्षेत्र में दिनभर सुअरो की धमाचौकड़ी मची रहती है। सुअर घूरो में अलटा-पलटी का खेल खेलते हुए गंदगी को दूर-दूर तक फैलाने का काम कर रहे है। आवारा जानवरो का डेरा भी यहंा बना रहता है।
Created On :   8 July 2022 5:27 PM IST