तीन वर्ष में स्वच्छता पर ढ़ाई करोड़ से अधिक खर्च फिर भी नतीजा सिफर  

District Mineral Fund is not being used in Gadchiroli!
गड़चिरोली में जिला खनिज निधि का नहीं हो रहा कोई उपयाेग!
सुंदरता पर गंदगी का दाग तीन वर्ष में स्वच्छता पर ढ़ाई करोड़ से अधिक खर्च फिर भी नतीजा सिफर  

डिजिटल डेस्क, गोंदिया। नगरी को सुंदर बनाने के लिए गोरेगाव नगर पंचायत प्रशासन ने तीन वर्षो में लगभग स्वच्छता पर ढ़ाई करोड़ से अधिक का निधि खर्च किया है। लेकिन शहर की स्वच्छता अब तक नहीं हो पाई है। गोरेगाव की सुंदरता पर अभी भी अस्वच्छता का दाग लगा नजर आ रहा है। जिस तरह से प्रशासन द्वारा नियमों के तहत स्वच्छता पर निधि खर्च की जा रही है। ठीक, उसी तरह स्वच्छता बरकरार रखने के लिए भी अधिकारों का इस्तेमाल करना चाहिए। तभी स्वच्छता पर किए गए करोड़ों रुपए  का लाभ निखरता दिखेंगा। बता दे कि गोरेगाव नगर पंचायत को स्वच्छ व सुंदर बनाने के लिए नगर पंचायत प्रशासन व्दारा आर्थिक वर्ष 2019-20 में लगभग 1 करोड रुपए का निधी स्वच्छता पर खर्च किया गया है। 2020-21 में स्वच्छता पर लगभग 80 लाख रुपए का निधी खर्च कर शहर की गंदगी दूर करने का प्रयास किया गया। इसी प्रकार आर्थिक वर्ष 2021-22 में स्वच्छता पर अभी तक 70 लाख रुपए से अधिक का खर्च किया जा चुका है। उपरोक्त निधी नई नगर पंचायत नागरी सुविधा सहाय्य योजना, स्वच्छ महाराष्ट्र व 14 वे वित्त आयोग से प्राप्त हुई थी। तीन वर्षो में लगभग ढाई करोड रुपए का खर्च स्वच्छता पर करने के बावजूद भी गोरेगाव शहर की गंदगी दूर नहीं की जा सकी। इतना ही नहीं तो स्वास्थ्य पर भी लाखों रुपयों का खर्च किया जा चुका है। जागरूक नगरवासियों का कहना है कि स्वच्छता पर जिस तरह से पानी की तरह निधी खर्च की जा रही है। ठिक इसी तर्ज पर शहर की स्वच्छता बनाए रखने के लिए अपने अधिकारों का इस्तेमाल करना चाहिए। तभी किए गए खर्च का लाभ नगरवासियों को दिख सकेंगा। 

प्रसाधनगृह तो है लेकिन पानी ही नहीं

गोरेगाव नगर पंचायत के अंतर्गत जिला परिषद स्कूल से सटे प्रसाधनगृह संचालित है। लेकिन प्रसाधनगृह में पानी ही नहीं है। जिस कारण प्रसाधनगृह अस्वच्छ है। वहीं नगर पंचायत कार्यालय के पीछे की गल्ली में मार्ग किनारे गंदगी के ढेर लगे हुए है। तो दूसरी ओर शहर के तीन से चार स्थानों पर आय-लव-गोरेगाव, वेल-कम-टू-गोरेगाव जैसे साईन बोर्ड लगाकर गोरेगाव नगरी की ओर आकर्षित करने का कार्य किया जा रहा है। जो सराहनीय है। लेकिन इसी तरह शहर की सुंदरता को बरकरार रखने के लिए नप प्रशासन ने ठोस कदम उठाना भी चाहिए। 

 

 

Created On :   22 Feb 2022 7:33 PM IST

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