आपदाग्रस्तों को मुआवजे का इंतजार, मुआवजे के लिए चाहिए डेढ़ करोड़ की राशि

डिजिटल डेस्क, गोंदिया. सितंबर व अक्टूबर 2022 में हुई अतिवृष्टि से कई मकान, जानवरांे के तबेले तथा कई पशुधनों की मृत्यु हो चुकी है। इस प्राकृतिक आपदा से कई परिवार बेघर हो चुके हंै। जिला प्रशासन ने नुकसानग्रस्तों का जायजा लेकर नुकसान भरपाई के लिए शासन से निधि की मांग की है, लेकिन अभी तक आपदाग्रस्तांे को मुआवजा नहीं दिया गया है। बताया गया है कि इस आपदा से उपरोक्त दो माह में 1093 आपदाग्रस्तांे को डेढ़ करोड़ का नुकसान पहुंचा है। लेकिन अभी तक शासन ने नििध मंजूर नहीं की है। बता दंे कि जिले में इस वर्ष धुआंधार बारिश हुई है। सितंबर व अक्टूबर माह में अतिवृष्टि हाेने से करोड़ांे रुपए का नुकसान हुआ है। जिसमें बताया गया है कि 12 पशुधनों की मृत्यु हो गई है। 1093 मकान व तबेले पूरी तरह से धराशायी हो गए हैं। वहीं कुछ परिवार प्रभावित हो गए हैं। अतिवृष्टि से हुए नुकसान का पंचनामा करने राजस्व विभाग तथा संबंधित विभाग की टीम घटना स्थल पर पहुंचकर नुकसान का जायजा लिया। जिसमंे बताया गया है कि इस अतिवृष्टि से करोड़ों रुपए का नुकसान आपदाग्रस्तों को पहुंचा है। जिनके मकान व तबेले पूरी तरह से ध्वस्त हो चुके हैं ऐसे आपदाग्रस्तों को नुकसान भरपाई के लिए 1 करोड़ 50 लाख 88 हजार 200 रुपए निधि की आवश्यकता है। मुआवजे की राशि की मांग जिला प्रशासन ने शासन से की है। लेकिन अभी तक आपदाग्रस्तांे के लिए निधि उपलब्ध नहीं कराई गई है।
Created On :   12 Jan 2023 8:21 PM IST