नाम व चुनाव चिन्ह शिंदे गुट को सौंपने से हुए खफा, उतरे सड़काें पर आंदोलनकारी

डिजिटल डेस्क, बुलढाणा. चुनाव आयोग ने शिवसेना यह नाम व धनुष्य-बाण चुनाव चिन्ह शिंदे गुट को सौंपने के निषेध में सोमवार २० फरवरी को शिवसेना ठाकरे गुट के पदाधिकारियों ने स्थानीय जिलाधिकारी कार्यालय के सामने आंदोलन किया गया। केन्द्र की बीजेपी सरकार सत्ता के जोर पर लोकतंत्र समाप्त करने के प्रयास कर रही है। एेसा आरोप आंदोलन के दौरान ठाकरे गुट के नेता लखन गाडेकर ने किया।
मोदी सरकार के दबाव में चुनाव आयोग ने यह निर्णय दिया, ऐसा आरोप आंदोलनकर्ता शिवसैनिकों ने लगाया है। जब तक सुप्रीम कोर्ट का फैसला नहीं आता, तब तक निर्णय देने की जल्दी चुनाव आयोग को क्यों हुई? ऐसा सवाल भी शिवसैनिको ने किया है। चुनाव आयोग के इस अविवेकी निर्णय के खिलाफ प्रचंड घोषणाबाजी शिवसैनिकों ने की।
इस आंदोलन में बुलढाणा विधानसभा संगठक अशोक इंगले, शिवसेना तहसील प्रमुख अमोल शिंदे, अमोल बुधवत, हेमंत खेडेकर, प्रकाश डोंगरे, बबन खरे, गणेश सोनुने, जगदीश मानवतकर, एकनाथ कोरडे, सचिन परांडे, शेख अकील, मोहन निमरुट, दीपक पिंपले, सदाशिव बुधवत, विजय इतवारे, योगेश पालकर, सुनील गवते, सुधाकर आघाव, डॉ. मधसुदन सालवे, गणेश पालकर, राहुल शेलार, किरण दराडे, दादाराव रिंढे, गोकुलसिंह जगताप, प्रफुल्ल जायभाये समेत शिवसेना पदाधिकारी व कार्यकर्ता शामिल हुए थे।
Created On :   21 Feb 2023 5:02 PM IST