अभय बंग के निशाने पर नदी जोड़ो अभियान, कहा- पानी का वितरण सत्ताधारी करें, धोखा है

Distribute river water with Political power, it seems a big fraud - Abhay bang
अभय बंग के निशाने पर नदी जोड़ो अभियान, कहा- पानी का वितरण सत्ताधारी करें, धोखा है
अभय बंग के निशाने पर नदी जोड़ो अभियान, कहा- पानी का वितरण सत्ताधारी करें, धोखा है

डिजिटल डेस्क, नागपुर। नदी जोड़ो परियोजना के तहत नदी का सरप्लस पानी अन्यत्र ले जाने के सरकार के निर्णय पर सामाजिक कार्यकर्ता पद्मश्री डॉ.अभय बंग जमकर बरसे। उन्होंने कहा है कि नदी के पानी का वितरण भी सत्ता व राजनीति के लोग करने लगे यह धोखा लगता है। वैनगंगा नदी की स्थिति का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि जंगल व खदान के अधिकार से वंचित लोग भले ही आज सरकार के विरोध में नहीं बोल पा रहे हैं। लेकिन पानी भी उनके अधिकार क्षेत्र से बाहर निकलने पर होनेवाली स्थिति को समझना होगा। पूर्व विदर्भ के लोगों व सत्ता का नेतृत्व कर रहे नागपुर के नेतृत्वकर्ताओं को भान होना चाहिए कि वैनगंगा का पानी बाहर जाने का राजनीतिक व पर्यावरणीय परिणाम क्या होगा। लातूर में जलसंकट को लेकर राजनीति का जिक्र करते हुए उन्होंने यह भी कहा कि जहां जलापूर्ति के लिए जल एक्सप्रेस चलायी जाती है वहीं गन्ने की खेती भी होती है। जल प्राकृतिक संसाधन है। उसका सही उपयोग होना चाहिए। 

पर्यावरणीय परिणाम के बारे में किसी ने सोचा भी है

डॉ.बंग गुरुवार को चिटणवीस सेंटर में राष्ट्र निर्माण पुरस्कार वितरण कार्यक्रम में बोल रहे थे। नदी जोड़ो परियोजना के तहत विविध नदियों को जोड़ा जा रहा है। केंद्रीय जलसंसाधन मंत्री नितीन गडकरी व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने इस संबंध में व्यापक नीति निर्धारित की है। सरकार ने नदी के सरप्लस पानी को अन्यत्र ले जाने का भी निर्णय लिया है। डॉ.बंग ने कहा कि वैनगंगा नदी के पूर्वी छोर पर ग्रामीण व पश्चिमी छोर पर आदिवासी रहते हैं। नदी परिसर में बस्तियां बसने का इतिहास रहा है। जरुरत के हिसाब से लोग नदी क्षेत्र में बसे। लेकिन अब नदी को लोगों के बीच लाने का काम हो रहा है। कृष्णा नदी के पानी के लिए पहले ही विवाद होता रहा है। अब वैनगंगा को बर्बाद किया जा रहा है। 

Created On :   14 Feb 2019 10:52 PM IST

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story