धर्मनिरपेक्षता का प्रतीक बन गया है जिला बार एसोसिएशन - न्या. गवई

डिजिटल डेस्क, नागपुर। जिला बार एसोसिएशन की कार्यकारिणी एक मिसाल रही है। इसमें धर्मनिरपेक्षता का प्रतिबिंब हमेशा देखा जाता है। इस बार के चुनाव में जिला बार एसोसिएशन धर्मनिरपेक्षता का प्रतीक बन गया है। सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश भूषण गवई ने जिला बार एसोसिएशन की नई कार्यकारिणी के पदग्रहण समारोह में बतौर मुख्य अतिथि अपने संबोधन में ये बातें कहीं।
ये थे उपस्थित
जिला बार एसोसिएशन का पदग्रहण समारोह शनिवार को न्याय मंदिर विस्तार क्षेत्र में हुआ। कार्यक्रम की अध्यक्षता मुंबई उच्च न्यायालय की नागपुर खंडपीठ के वरिष्ठ न्यायाधीश एस.बी. शुक्रे, सम्मानित अतिथि बॉम्बे हाई कोर्ट की बॉम्बे बेंच के वरिष्ठ न्यायाधीश अतुल एस.चांदूरकर थे। नागपुर के जिला न्यायाधीश-1 और अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश एम.एस. आजमी, एसोसिएशन के नवनिर्वाचित अध्यक्ष एड. रोशन बागड़े, पूर्व अध्यक्ष एड. कमल सतुजा, महासचिव एडवोकेट संघ के नवनिर्वाचित एवं पूर्व पदाधिकारी नितिन देशमुख उपस्थित थे।
समारोह की खास बातें
जस्टिस भूषण गवई ने कहा कि एड. रोशन बागड़े को हर स्तर पर आलोचनाओं का सामना करना पड़ा। उसे दरकिनार करते हुए वे चुनाव जीतकर आए। कोविड काल का जिक्र करते हुए न्या. गवई ने कहा कि हाई कोर्ट के जजों ने ऑक्सीजन, दवा सप्लाई समेत कई फैसले लिए ताकि लोगों की दिक्कतें दूर हों और उन्हें सुविधाएं मिले।
एड. नितीन देशमुख ने कहा कि रोशन बागड़े को अध्यक्ष के रूप में चुना गया, क्योंकि सदस्यों ने जाति, पंथ और धर्म को स्थान नहीं दिया। सतुजा की टीम ने अच्छा काम किया है। उम्मीद है यह सिलसिला आगे भी जारी रहेगा। नए भवन का शिलान्यास समारोह 2014 में आयोजित किया गया था। मैं खुद मौके पर मौजूद था। अब भवन बनकर तैयार है। वकीलों की पार्किंग की समस्या दूर हो गई है।
प्रारंभ में एड. कमल सतुजा और एड. नितीन देशमुख ने चार साल के काम का जिक्र किया और कोरोना काल में वकीलों की समस्याओं के समाधान के लिए किए गए प्रयासों की जानकारी दी। नवनिर्वाचित एड. रोशन बागड़े ने कहा कि टीम सर्वांगीण विकास के लिए काम करती रहेगी।
Created On :   12 Feb 2023 5:35 PM IST