मेडिकल साइंस : यहां सर्जरी के लिए डॉक्टरों ने 44 मिनट तक रोकी 'मरीज की सांसें'

Doctors stopped patients respiration for 44 minutes for surgery
मेडिकल साइंस : यहां सर्जरी के लिए डॉक्टरों ने 44 मिनट तक रोकी 'मरीज की सांसें'
मेडिकल साइंस : यहां सर्जरी के लिए डॉक्टरों ने 44 मिनट तक रोकी 'मरीज की सांसें'

डिजिटल डेस्क, नागपुर। महाराष्ट्र की उपराजधानी नागपुर शहर अब मेडिकल क्षेत्र का हब बन गया है। यहां डॉक्टरों ने एक सफल ऑपरेशन किया, जो इस क्षेत्र में चमत्कार से कम नहीं है। मरीज के हार्ट के पास की धमनी में असामान्य सूजन थी। जिसके कारण सीने में दर्द उठा, तो उसे निजी अस्पताल में भर्ती किया गया। जांच में सामने आया कि कैल्शियम जमा होने से यह परेशानी आ रही है। डॉक्टरों ने 44 मिनट तक मरीज के शरीर का सारा खून बाहर निकाल लिया। अॉक्सीजन बंद कर उसकी सांसें रोक दी। इसके बाद हार्ट के पास की धमनी का ऑपरेशन कर उसे नया जीवन भी दे दिया। यह बात कार्डियो वास्कुलर सर्जन डॉ. समित पाठक ने गुरुवार को राष्ट्रभाषा संकुल में मीडिया को बताई।

हृदय गति को किया स्थिर

डॉ. पाठक ने बताया कि इस जटिल सर्जरी में मरीज के उपचार के पहले महाधमनी के फटने की स्थिति में कुछ नहीं किया जा सकता था। ऑपरेशन ही एकमात्र उपाय था। लेकिन इलके लिए हम हार्ट से आने वाले ब्लड और ऑक्सीजन को रोकना जरूरी था। इसके लिए  मरीज को वोक्हार्ट हॉस्पिटल में भर्ती कर उसकी बॉडी के टेंप्रेचर को 36 से 18 डिग्री सेल्सियस पर लाया गया। जिसके बाद हृदय की गति स्थिर हो जाती है।

एक साल पहले हुुआ था ऑपरेशन

डॉक्टरों ने  मरीज को हार्ट और लंग्स की मशीन पर रखा। जहां उसे कृत्रिम जीवन दिया गया। उसके बाद सफल ऑपरेशन किया गया। यह ऑपरेशन एक साल पहले किया गया था। मरीज के स्वास्थ्य को देखकर अब उसकी जानकारी दी जा रही है। ऑपरेशन में मुख्य भूमिका एेनेस्थेटिक डॉ. अवंतिका जयस्वाल एवं न्यूरोलॉजिस्ट डॉ. केतन चतुर्वेदी उपस्थित थे। पत्र-परिषद में वोक्हार्ट अस्पताल की सेंटर हेड के. सुजाता उपस्थित थीं।

Created On :   21 Dec 2017 10:36 PM IST

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