खसाला राख बांध क्षतिग्रस्त होने से गांवों में घुसा राख मिश्रित पानी, फसलें हुईं बर्बाद

डिजिटल डेस्क, नागपुर/ कोराड़ी। कोराड़ी औष्णिक विद्युत केंद्र का खसाला राख बांध (ऐश पॉन्ड) का एक हिस्सा टूटने से राख मिश्रित पानी कई गांवों में घुस गया। इससे लोगों में दहशत फैल गई है। इस बांध की गहराई बढ़ाने की मांग वर्षों से हो रही है। विद्युत केंद्र ने दावा किया कि लगातार हो रही बारिश से खसाला राख बांध का पानी आेवरफ्लो हुआ है। हालांकि शनिवार को बारिश नहीं होने से कुछ राहत रही। बांध की मरम्मत जारी है। गावों को सतर्क रहने की चेतावनी दी गई है।
ध्यान नहीं दिया गया
खसाला राख बांध 341 हेक्टेयर क्षेत्र में है। करीब 7 किमी तक यह परिसर फैला है। यहां विद्युत केंद्र से निकली राख जमा की जाती है। इस बांध से सटकर ही खसाला, मसाला, खैरी, भिलगांव, पेवठा, कवठा व वांजरा, पाटील नगर, रहमत नगर हैं। बांध ओवरफ्लो होने से इन गांवों में पानी घुस गया। इस तालाब की ऊंचाई बढ़ाने की मांग सालों से हो रही है। इसके लिए बांध को गहरा करना जरूरी है। इसके लिए एक बार टेंडर प्रक्रिया आरंभ हुई थी। करोड़ों रुपए इस पर खर्च होना था, लेकिन अधिकारियों ने ध्यान नहीं दिया।
उच्चस्तरीय जांच हो
महादुला नगर पंचायत के पार्षद मंगेश देशमुख ने पूरे मामले की उच्चस्तरीय जांच कर दाेषियों पर सख्त कार्रवाई करने की मांग की है। उन्होंने कहा कि बांध की ऊंचाई बढ़ाने का प्रस्ताव धूल खा रहा है। एक बार टेंडर प्रक्रिया आरंभ हुई थी। शनिवार को बांध का एक हिस्सा टूट गया। अधिकारियों की लापरवाही इसके लिए जिम्मेदार है।
नहीं दिया जवाब
कोराड़ी आैष्णिक विद्युत केंद्र के अधीक्षक अभियंता (स्थापत्य) शिरीष वाठ से संपर्क नहीं हो सका। कई बार फोन लगाए, एसएमएस किया, लेकिन कोई जवाब नहीं दिया।
पिछले कुछ दिनों से लगातार बारिश होने से बांध में पानी लबालब हो गया। इस बीच तालाब का एक हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया आैर वहां से तेजी से पानी बहने लगा। बांध के आस-पास कई नालियां व नाले हैं, जिनसे होता हुआ पानी गांवों में बह रहा है। खसाला, मसाला, खैरी, कवठा होते हुए कामठी रोड पर भी यह राख मिश्रित पानी पहुंच गया है। कोराड़ी आैष्णिक विद्युत केंद्र के मुख्य अभियंता व संबंधित अधिकारियों ने घटनास्थल पहुंचकर बांध का निरीक्षण कर जिला प्रशासन को सूचित किया गया है। शनिवार दोपहर 12 बजे से यह पानी बहना शुरू हुआ। दोपहर 3 बजे पानी का बहाव कम हुआ। प्रशासन ने संंबंधित गांवों को सतर्क रहने की चेतावनी दी है। विद्युत केंद्र ने दावा किया कि पानी का बहाव पूरी तरह बंद करने के लिए युद्ध स्तर पर प्रयास किए जा रहे हैं।
Created On :   17 July 2022 4:54 PM IST