सालाना कमा रहे लाखों रुपए की आमदनी, बदला किसान का जीवन- नींबू और सीताफल से आर्थिक समृद्धि
डिजिटल डेस्क, अकोला. यदि आप कड़ी मेहनत और वैज्ञानिक दृष्टिकोण को अपनाते हैं, तो खेती के जैसा फायदेमंद कोई व्यवसाय नहीं है, ऐसा पुनोती बु. तहसील बार्शिटाकली के किसान गजानन मोतिराम महल्ले ने बातचीत के दौरान बताया। उन्होंने कृषि विभाग की विविध योजनाओं का लाभ लेकर अपनी हल्की प्रति की भूमि में नींबू की बाग लगाकर लाभान्वित होने का साबित कर दिखाया है। इसके अलावा उन्होंने शेष क्षेत्र में सीताफल बाग लगाई है। नींबू की बाग से उन्हें 7 से 8 लाख रुपये की सालाना आमदनी हो जाती है, ऐसा उन्होंने बताया है। इनकी अन्य किसानों ने प्रेरणा लेकर कृषि विभाग की योजनाओं का लाभ लिया तो उनकी आर्थिक समृद्धि हो सकती है।
कृषि विभाग की विविध योजनाओं से उन्हें यह संभव हुआ है। नींबू की बाग उन्होंने महात्मा गांधी ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना से प्राप्त की। उसमें उन्होंने 2 एकड़ 7 गुंठे क्षेत्र में नींबू के पेड़ लगाए है। उन्होंने पूरे बगीचे को ड्रिप सिंचाई लगाई है। इसके अलावा उन्होंने जैविक खाद का प्रयोग, बगीचे की उचित देखभाल करना, पेड़ों की समय से छंटाई करना आदि उपाय करने से अब उनके बगीचे का नींबू बाजार में लोकप्रिय हुआ है। उनका नींबू अकोला, कारंजा, पिंजर के मंडी में लोकप्रिय है। उनके नींबू बड़े आकार, प्रचुर मात्रा में रस की विशेषता है। इसलिए इनके नींबू दूसरों के मुकाबले ज्यादा कीमत में बिकते हैं। अब यह इतना विख्यात हो गया है कि व्यापारी स्वयं आकर माल लेकर जाते हैं। इसी कमाई से संसार चला रहे है ऐसा उन्होंने बताया। इसके अलावा अब उनके बगीचे के पेड़ मातृवृक्ष के रूप में गृहित लेकर उन्हें रोपवाटिका के लिए प्रोत्सहन दिया गया। उनकी नर्सरी के पौधे अब अन्य किसान लेकर जाते है फलबाग लगाते है ऐसा भी उन्होंने बताया है।
सीताफल बगीचे की रोपाई :इसी बगीचे के अनुभव से उन्होंने वर्ष 2021-22 में सीताफल का बगीचा लगाया। जिसके लिए उन्होंने भाऊसाहब फुंडकर फलबाग योजना लाभ लिया। ड्रिप सिंचाई पर उन्होंने यह बगीचा फुलाफला। उनकी कृषि भूमि हल्की प्रति की होने से उन्होंने फलबाग यह वैकल्प चुना। वे अब स्वयं फलोत्पादन के विशेषज्ञ हुए है। उनके खेत में फिलहाल कृषि विभाग के प्रक्षेत्र दौरे आयोजित कर अन्य किसानों को मार्गदर्शन किया जाता है।
कृषि विभाग की विविध योजनाओं का लाभ लें किसान
विलास वाशिमकर, तहसील कृषि अधिकारी के मुताबिक एकात्मिक फलोत्पादन विकास योजना राष्ट्रीय बागवानी अभियान के रूप में चलाई जाती है। मौसम विभाग के अनुसार क्षेत्रीय उपयुक्तता एवं आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए उस क्षेत्र में बागवानी को बढ़ावा दिया जाता है। उसमें अनुसंधान, विस्तार, प्रक्रिया और विपणन सुविधाएं प्रदान करके विकसित किया जाता है। इसमें किसानों को जोड़ना एक महत्वपूर्ण है। जिससे बागवानी उत्पादन, आय में वृद्धि और आहार विषयक सुरक्षा को मजबूत किया जाता है। यह सूक्ष्म सिंचाई को बढ़ावा देता है। जिला स्तर पर जिला स्तरीय समिति के माध्यम से योजना का प्रचार-प्रसार एवं कृषकों का चयन जैसे कार्य किये जाते हैं। जिससे किसानों ने कृषि विभाग की विविध योजनाओं का लाभ लेना चाहिए।
Created On :   31 March 2023 5:47 PM IST