Seoni News: राइस मिलों की नहीं हुई विभागीय जांच, पड़ोसी जिले में गड़बड़ी उजागर

राइस मिलों की नहीं हुई विभागीय जांच, पड़ोसी जिले में गड़बड़ी उजागर
  • केवल ईओडब्लू ही कर पाया राइस मिलर्स पर कार्रवाई
  • जिले में करीब 60 मिलर्स ने धान की मिलिंग का एग्रीमेंट कराया था।
  • जिले में ईओडब्लू से राइस मिल में चल रही गड़बड़ी का खुलासा हुआ था।

Seoni News: जिले में समर्थन मूल्य पर हुई धान खरीदी के बाद उसकी मिलिंग को लेकर विभागीय कार्रवाई ठंडे बस्ते में है। जबकि पड़ोसी जिले जबलपुर में बड़ी कार्रवाई हो चुकी है। यहां तक की केवल ईओडब्लू ही कार्रवाई कर पाया है, जबकि मार्च माह में राइस मिल में हुई ईओडब्लू की कार्रवाई के बाद मिली गड़बडिय़ों को लेकर नागरिक आपूर्ति निगम के अलावा दूसरे विभागों को जांच करना था।

चावल का होता गया भंडारण

जिले में करीब 60 मिलर्स ने धान की मिलिंग का एग्रीमेंट कराया था। मिलर्स मिलिंग करते गए और चावल का भंडारण होता गया। हैरानी की बात यह है कि एक भी गोदाम से चावल का लॉट रिजेक्ट नहीं किया गया। जबकि चावल भंडारित करते समय उसकी जांच नागरिक आपूर्ति निगम के गुणवत्ता निरीक्षक करते हैं।

यदि मामूली भी गड़बड़ी पाई जाती है तो लॉट का रिजेक्ट कर उसे वापस कराया जाता है, लेकिन एक भी लॉट को रिजेक्ट नहीं किया गया। इससे विभागीय कार्रवाई पर सवाल भी उठे थे।

ईओडब्लू की कार्रवाई से हुआ था खुलासा

जिले में ईओडब्लू से राइस मिल में चल रही गड़बड़ी का खुलासा हुआ था। इसमें पाया गया था कि 11 मिलर्स ने वर्ष 2018 में घटिया चावल गोदामों में रखवाया था। हालांकि ईओडब्लू ने मिलर्स के खिलाफ सात साल बाद एफआईआर दर्ज की थी।

इनका कहना है

पहले ही ईओडब्लू की कार्रवाई हो चुकी है। ऐसे में दूसरे विभाग की कार्रवाई संभव नहीं है। कहीं से भी चावल का लॉट रिजेक्ट नहीं हुआ है।

मनोज पुराविया, जिला आपूर्ति अधिकारी

Created On :   12 July 2025 1:23 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story