पूर्व मंत्री हसन मुश्रीफ के घर-फैक्टरी पर ईडी का छापा

ED raids former minister Hasan Mushrifs house-factory, targets close to NCP leader
पूर्व मंत्री हसन मुश्रीफ के घर-फैक्टरी पर ईडी का छापा
निशाने पर करीबी  पूर्व मंत्री हसन मुश्रीफ के घर-फैक्टरी पर ईडी का छापा

डिजिटल डेस्क, मुंबई। वरिष्ठ राकांपा नेता और पूर्व ग्राम विकास मंत्री हसन मुश्रीफ और उनके करीबियों के कोल्हापुर और पुणे स्थित ठिकानों पर बुधवार को प्रवर्तन निदेशालय और आयकर विभाग की टीमों ने छापेमारी की। कोल्हापुर के अप्पासाहेब नलावडे चीनी मिल की खरीदारी से जुड़े मामले में ईडी ने कार्रवाई शुरू की गई है। आरोप है कि फैक्टरी खरीदने के लिए 98 फीसदी रकम मनी लांडरिंग के जरिए जुटाई गई। सुबह छह बजे करीब दो दर्जन अधिकारियों की टीम मुश्रीफ का कागल (कोल्हापुर) स्थित घर पर छापमारी करने पहुंची। छापेमारी के बाद कुछ अहम दस्तावेज जब्त किए गए हैं।

भाजपा नेता का दावा, 158 करोड़ का घोटाला 

मुश्रीफ के साथ उनसे बेटे, दामाद, पूर्व नगराध्यक्ष प्रकाश गाडेकर के ठिकानों पर भी छापेमारी हुई है। मामले में भाजपा नेता किरीट सोमैया ने मुश्रीफ के खिलाफ सितंबर 2021 में ईडी से शिकायत की थी। सोमैया ने दावा किया था कि यह घोटाला 158 करोड़ रुपए से ज्यादा का है और उन्होंने ईडी को घोटाले से जुड़े 2700 पन्नों के सबूत भी सौंपे हैं। इसके अलावा कोल्हापुर पुलिस से भी उन्होंने शिकायत की थी। छापेमारी की कार्रवाई के बाद सोमैया ने ट्वीट कर कहा कि ठाकरे सरकार के भ्रष्ट मंत्री को हिसाब तो देना ही होगा।

धर्म विशेष का होने के चलते बनाया निशाना-मुश्रीफ

ईडी की छापेमारी के बाद मुश्रीफ ने कहा कि एक विशेष धर्म के लोगों को निशाना बनाया जा रहा है। पहले नवाब मलिक पर कार्रवाई हुई अब मुझे निशाना बनाया जा रहा है। इसके अलावा भाजपा नेता किरीट सोमैया का कहना है कि कांग्रेसी नेता असलम शेख पर अगली कार्रवाई होगी। मुश्रीफ ने कहा के मेरे साथ मेरे दामाद के घरों पर छापेमारी की जा रही है। इसके अलावा बेटे के कारखाने सरसेनापति संताजी घोरपडे और पुणे में भी कुछ जगहों पर छापेमारी की गई है। मुश्रीफ ने कहा कि ईडी ने कोई मामला दर्ज नहीं किया, नोटिस नहीं दिया फिर भी छापेमारी कर रही है। उन्होंने कहा कि इससे पहले आयकर विभाग भी छापेमारी कर चुका है। मैं पहले ही कह चुका हूं कि संबंधित चीनी मिल से मेरा कोई लेना देना नहीं है। छापेमारी के दौरान घर के बाहर बड़ी संख्या में मुश्रीफ समर्थक पहुंच गए और नारेबाजी करते हुए कार्रवाई का विरोध किया। साथ ही इस दौरान बंद का भी ऐलान किया गया। बंगले के बाहर दिल्ली पुलिस ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हुए थे। 

क्या है आरोप?

अप्पासाहेब नलावडे चीनी मिल को ब्रिक्स इंडिया कंपनी को बेंचा गया था जबकि इसे चीनी मिल चलाने के कोई अनुभव नहीं था। यह कंपनी मुश्रीफ के दामाद मतीन मंगोली की है। आरोप है कि मंत्रालय से मिले भ्रष्टाचार के पैसों को कोलकाता की बंद पड़ी कंपनियों के खातों के जरिए ब्रिक्स इंडिया कंपनी के खातों में भेजे गए और इन पैसों की इस्तेमाल चीनी कारखाना खरीदने के लिए हुआ। 

कार्रवाई राजनीतिक दबाव बनाने के लिए-राऊत

शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) सांसद संजय राऊत ने मुश्रीफ के खिलाफ ईडी की कार्रवाई की निंदा करते हुए कहा कि यह कार्रवाई राजनीतिक दबाव डालने के लिए हो रही है लेकिन मुश्रीफ इससे बाहर निकल आएंगे। उन्होंने कहा कि मुश्रीफ खास विचारधारा के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे हैं।

बदनाम करने की कोशिश-जयंत पाटील 

राकांपा के प्रदेशाध्यक्ष जयंत पाटील ने कहा कि विपक्ष के जो नेता सरकार के खिलाफ खड़े होते हैं उन्हें सरकारी एजेंसियों का इस्तेमाल कर बदनाम करने की कोशिश की जा रही है। मुश्रीफ के घर इससे पहले भी आयकर विभाग ने छापा मारा था लेकिन उसे कुछ नहीं मिला। वहीं राकांपा प्रवक्ता महेश तपासे ने कहा कि  पहले भाजपा के नेता महाविकास आघाड़ी के नेताओं पर आरोप लगाते हैं, फिर केंद्रीय जांच एजेंसियां जैसे सीबीआई, ईडी, डीआरआई एमवीए नेताओं पर कार्रवाई करती हैं। उन्हें जेल में डालती हैं। तपासे ने कहा कि यह छापा राजनीतिक से प्रेरित नजर आता है। प्रदेश कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता अतुल लोंढे ने कहा कि मुश्रीफ घर के पर ईडी के छापे से कोई आश्चर्य नहीं हुआ है। यह सरकार विपक्ष के खिलाफ सरकारी एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही है। 
 

Created On :   11 Jan 2023 4:44 PM GMT

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