बीमार हुए पूर्व सांसद अडसूल,  980 करोड़ के बैंक घोटाले में हुई कार्रवाई 

ED sent summons - Former MP Adsul ill, action taken in 980 crore bank scam
बीमार हुए पूर्व सांसद अडसूल,  980 करोड़ के बैंक घोटाले में हुई कार्रवाई 
ईडी ने भेजा समन बीमार हुए पूर्व सांसद अडसूल,  980 करोड़ के बैंक घोटाले में हुई कार्रवाई 

डिजिटल डेस्क, मुंबई। 980 करोड़ रुपए के सिटी को-ऑपरेटिव बैंक घोटाला मामले में पूर्व सांसद और शिवसेना नेता आनंदराव अडसूल को समन भेजकर पूछताछ के लिए बुलाया है। सोमवार सुबह ईडी की टीम अडसूल के घर समन देने पहुंची, लेकिन इसके बाद अडसूल की तबीयत खराब हो गई और 74 वर्षीय अडसूल को स्ट्रेचर पर बाहर लाया गया। फिर एंबुलेंस में अस्पताल ले जाया गया। इस दौरान ईडी के अधिकारी भी अस्पताल पहुंचे। सूत्रों के मुताबिक ईडी अधिकारियों ने डॉक्टर से यह जानने की कोशिश की कि अडसूल की तबीयत कैसी है, क्या उन्हें पूछताछ के लिए ईडी ऑफिस ले जाया जा सकता है, लेकिन डॉक्टरों ने इसकी इजाजत नहीं दी। जिसके बाद ईडी अधिकारी वापस लौट गए। ईडी अधिकारी सोमवार को सीआरपीएफ के जवानों के साथ अडसूल के कांदिवली में कदमगिरी नाम की इमारत में स्थित घर पर पहुंचे थे। सूत्रों के मुताबिक ईडी अधिकारी समन देने के बाद अडसूल को पूछताछ के लिए अपने साथ ईडी कार्यालय ले जाना चाहते थे, लेकिन इसी दौरान अडसूल की तबीयत खराब हो गई। अडसूल जिस सिटी को-ऑपरेटिव बैंक घोटाले में फंसे हैं के उसके वे पूर्व अध्यक्ष हैं। इसके संचालक मंडल में भी ज्यादातर उनके रिश्तेदार और करीबी हैं।

अडसूल ने ही दर्ज कराई थी एफआईआर 

अडसूल की शिकायत पर ही मुंबई पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा ने कर्ज देने और दूसरी आर्थिक गतिविधियों में गड़बड़ी के आरोप में एफआईआर दर्ज की थी। करीब एक हजार करोड़ रुपए के टर्नओवर वाली बैंक कर्ज वापस न मिलने और दूसरी गड़बड़ियों के चलते डूब गई। इसी एफआईआर के आधार पर ईडी ने मनी लांडरिंग का मामला दर्ज कर छानबीन शुरू की है। अडसूल अमरावती लोकसभा सीट से सांसद रहे हैं। साल 2019 के चुनावों में निर्दलीय नवनीत कौर राणा ने उन्हें हरा दिया था। लेकिन अडसूल ने अदालत में राणा के जाति प्रमाणपत्र को गलत बताकर चुनौती दी। इसके बाद बांबे हाईकोर्ट ने राणा का जाति प्रमाणपत्र रद्द करने का आदेश दिया लेकिन बाद में सर्वोच्च न्यायालय ने इस फैसले पर रोक लगा दी। अडसूल के ठिकानों पर छापेमारी कर चुकी ईडी अब उनसे और दूसरे आरोपियों से मामले में पूछताछ करना चाहती है। 

उद्धव ठाकरे ने अडसूल को बचाया-राणा

अमरावती की सांसद नवनीत राणा के पति और निर्दलीय विधायक रवि राणा का आरोप है कि मुंबई पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा को एफआईआर दर्ज किए दो साल हो गए लेकिन अडसूल के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई। उन्हें राज्य की उद्धव ठाकरे सरकार बचा रही है जबकि उन्होंने नौ हजार गरीब मराठी परिवारों के बैंक में जमा किए 980 करोड़ रुपए का घोटाला किया है। बैंक डूबने के सदमे में करीब 20 लोगों की जान चली गई। राणा के मुताबिक लोगों को 20 फीसदी कमीशन लेकर कम संपत्तियों पर ज्यादा कर्ज दिए गए। राणा ने इस मामले की शिकायत ईडी से की थी उन्होंने कहा कि सिटी कोआपरेटिव बैंक की मुंबई में 14 शाखाएं हैं इनमें से 6 शाखाएं अडसूल के बेटे और दामाद की संपत्तियों पर किराए पर चल रहीं हैं। इन दोनों पर भी ईडी को कार्रवाई करनी चाहिए।    

  

Created On :   27 Sept 2021 7:14 PM IST

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