यूनिवर्सिटी के कर्मचारियों ने भरी जरूरतमंद स्टूडेंट की फीस 

Employees of university deposit the fee of a student
यूनिवर्सिटी के कर्मचारियों ने भरी जरूरतमंद स्टूडेंट की फीस 
यूनिवर्सिटी के कर्मचारियों ने भरी जरूरतमंद स्टूडेंट की फीस 

डिजिटल डेस्क, नागपुर। राष्ट्रसंत तुकड़ोजी महाराज नागपुर यूनिवर्सिटी का परीक्षा विभाग आए दिन विवादों में रहता है। कई बार स्टूडेंट्स की शिकायत रहती है कि, परीक्षा विभाग के कर्मचारी उनसे अच्छा व्यवहार नहीं करते हैं, सही जानकारी नहीं देते या काम बार-बार टालते हैं, लेकिन इस आम अवधारणा के विपरीत एक किस्सा सामने आया।
आर्थिक रूप से कमजोर एक गर्ल स्टूडेंट की परीक्षा फीस  के लिए परीक्षा भवन के कर्मचारी आगे आए। सभी कर्मचारियों ने अपनी जेब से पैसे निकाल कर गर्ल स्टूडेंट की फीस जमा की। स्टूडेंट्स के अनुसार यूनिवर्सिटी को इस तरह स्टूडेंट्स की मदद करने वाले कर्मचारियों को प्रोत्साहन देना चाहिए। 

यह है हिमांशी की कहानी

 डाॅ. बाबासाहब आंबेडकर कॉलेज की बी.कॉम प्रथम सेमिस्टर की गर्ल स्टूडेंट हिमांशी बावने के साथ घटा। हिमांशी के पिता अब इस दुनिया में नहीं है और उनकी माता घरों के काम करके परिवार का पालन पोषण करती हैं। उनका परिवार शहर के अंबाझरी क्षेत्र में रहता है। बीते कुछ दिनों से हिमांशी की माता का स्वास्थ्य ठीक नहीं है, ऐसे में उनकी देखभाल और घर चलाने की जिम्मेदारी हिमांशी पर आ गई है। इस दुनियादारी में उलझी हिमांशी को पता ही नहीं चला कि, कम प्रथम सेमिस्टर का परीक्षा फॉर्म भरने की तारीख निकल गई।

पुराने और नए पैटर्न के बीच फंसे एलएलएम के विद्यार्थी

राष्ट्रसंत तुकड़ोजी महाराज नागपुर यूनिवर्सिटी के लॉ डिपार्टमेंट के एलएलएम के स्टूडेंट्स ने यूनिवर्सिटी की एब्सॉर्पशन स्कीम का विरोध किया है। पिछले वर्ष तक एलएलएम कोर्स  चॉइस बेस्ड सिस्टम (सीबीएस) के तहत संचालित होता था। विवि ने पैटर्न में बदलाव किया और एलएलएम चॉइस बेस्ड क्रेडिट सिस्टम (सीबीसीएस) लागू कर दिया। ऐसे में जो विद्यार्थी पुराने पैटर्न में प्रवेश ले चुके थे,  विवि  उन्हें एब्सॉर्पशन स्कीम के तहत सीबीसीएस पैटर्न में डालने का निर्णय ले चुका है, लेकिन स्टूडेंट्स को यह रास नहीं आ रहा। हाल ही में कुछ स्टूडेंट्स ने मिलकर परीक्षा व मूल्यांकन बोर्ड संचालक से इस संबंध में शिकायत की है। 


 

Created On :   24 Oct 2017 11:32 AM GMT

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