- यूपी: पंचायत चुनाव के लिए बीजेपी की तैयारी, 28 जनवरी से गांव-गांव करेगी चौपाल
- यूपी: नई आबकारी नीति 1 अप्रैल से होगी लागू, घर में रख सकेंगे शराब की 12 बोतल
- राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने हिमाचल प्रदेश के निवासियों को राज्य स्थापना दिवस की बधाई दी
- जयपुर: किसानों के समर्थन में आज ट्रैक्टर रैली, शहीद स्मारक पर श्रद्धांजलि के बाद दिल्ली कूच
- राष्ट्रीय मतदाता दिवस: पीएम नरेंद्र मोदी ने चुनाव आयोग के योगदान की तारीफ की
रिटायरमेंट के निकट पहुंचे कर्मचारी चुनाव ड्यूटी से बाहर

डिजिटल डेस्क, नागपुर। जिला निर्वाचन कार्यालय ने सेवानिवृति के निकट पहुंचे कर्मचारी व अधिकारियों को चुनाव ड्यूटी से दूर कर दिया है। इससे संबंधित कर्मचारी व अधिकारी राहत महसूस कर रहे है। जिले में विधान सभा की 12 सीटें है आैर यहां 40 हजार से अधिक कर्मचारी-अधिकारी चुनाव ड्यूटी में लगे है। इसमें पुलिस बल शामिल नहीं है। 31 हजार कर्मचारी सीधे पोलिंग ड्यूटी से जुड़े हुए हैं।
राज्य सरकार के कर्मचारी 58 वर्ष की आयु में व केंद्र सरकार के कर्मचारी 60 साल की आयु पूरी होने पर सेवानिवृत्त होते हैं। राज्य सरकार व केंद्र सरकार के अधीन काम करनेवाले कर्मचारी व अधिकारियों की ड्यूटी चुनाव में लगाई जाती है। जिले की (शहर व ग्रामीण) 12 विधान सभा सीटों के लिए चुनाव ड्यूटी में 40 हजार से ज्यादा कर्मचारियों को लगाया जाएगा। 31 हजार ऐसे कर्मचारी है, जो सीधे पोलिंग ड्यूटी में रहेंगे आैर इन्हें चुनाव संबंधी प्रशिक्षण दिया गया है।
शेष अधिकारी व कर्मचारी चुनाव के दाैरान विविध सेवा देंगे। इसमें पुलिस बल शामिल नहीं है। इसके अलावा पुलिस, स्टेट एक्साइज व राजस्व अधिकारी मिलकर बने उड़न दस्ते भी शामिल नहीं है। लोक सभा चुनाव में चुनाव ड्यूटी कर चुके एक हजार से ज्यादा अधिकारी-कर्मचारी विधान सभा चुनाव में सेवा नहीं दंेगे। रिटायर्डमेंट में जिन अधिकारी-कर्मचारियों को छह महीने से कम का समय बचा है, उन्हें चुनाव ड्यूटी से दूर रखा गया है।
इसकी वजह यह बताई जा रही है कि ये कर्मचारी अपनी बची हुई छुट्टी का लाभ ले सके, रिटायर्डमेंट के बाद मिलने वाले लाभ के लिए जरूरी दस्तावेजी प्रक्रिया पूरी कर सकें, जो कार्यालयीन काम बचे है वे पूरा कर सके, रिटायर्डमेंट से संबंधित कागजी कार्यवाही पूरी कर सके। इसके अलावा स्वास्थ्य की समस्या खड़ी न हो इसका भी ख्याल रखा गया है। रिटायर्डमेंट के करीब पहुंचे कर्मचारियों ने इसे अच्छा कदम बताया है।
कमेंट करें
Real Estate: खरीदना चाहते हैं अपने सपनों का घर तो रखे इन बातों का ध्यान, भास्कर प्रॉपर्टी करेगा मदद

डिजिटल डेस्क, जबलपुर। किसी के लिए भी प्रॉपर्टी खरीदना जीवन के महत्वपूर्ण कामों में से एक होता है। आप सारी जमा पूंजी और कर्ज लेकर अपने सपनों के घर को खरीदते हैं। इसलिए यह जरूरी है कि इसमें इतनी ही सावधानी बरती जाय जिससे कि आपकी मेहनत की कमाई को कोई चट ना कर सके। प्रॉपर्टी की कोई भी डील करने से पहले पूरा रिसर्च वर्क होना चाहिए। हर कागजात को सावधानी से चेक करने के बाद ही डील पर आगे बढ़ना चाहिए। हालांकि कई बार हमें मालूम नहीं होता कि सही और सटीक जानकारी कहा से मिलेगी। इसमें bhaskarproperty.com आपकी मदद कर सकता है।
जानिए भास्कर प्रॉपर्टी के बारे में:
भास्कर प्रॉपर्टी ऑनलाइन रियल एस्टेट स्पेस में तेजी से आगे बढ़ने वाली कंपनी हैं, जो आपके सपनों के घर की तलाश को आसान बनाती है। एक बेहतर अनुभव देने और आपको फर्जी लिस्टिंग और अंतहीन साइट विजिट से मुक्त कराने के मकसद से ही इस प्लेटफॉर्म को डेवलप किया गया है। हमारी बेहतरीन टीम की रिसर्च और मेहनत से हमने कई सारे प्रॉपर्टी से जुड़े रिकॉर्ड को इकट्ठा किया है। आपकी सुविधाओं को ध्यान में रखकर बनाए गए इस प्लेटफॉर्म से आपके समय की भी बचत होगी। यहां आपको सभी रेंज की प्रॉपर्टी लिस्टिंग मिलेगी, खास तौर पर जबलपुर की प्रॉपर्टीज से जुड़ी लिस्टिंग्स। ऐसे में अगर आप जबलपुर में प्रॉपर्टी खरीदने का प्लान बना रहे हैं और सही और सटीक जानकारी चाहते हैं तो भास्कर प्रॉपर्टी की वेबसाइट पर विजिट कर सकते हैं।
ध्यान रखें की प्रॉपर्टी RERA अप्रूव्ड हो
कोई भी प्रॉपर्टी खरीदने से पहले इस बात का ध्यान रखे कि वो भारतीय रियल एस्टेट इंडस्ट्री के रेगुलेटर RERA से अप्रूव्ड हो। रियल एस्टेट रेगुलेशन एंड डेवेलपमेंट एक्ट, 2016 (RERA) को भारतीय संसद ने पास किया था। RERA का मकसद प्रॉपर्टी खरीदारों के हितों की रक्षा करना और रियल एस्टेट सेक्टर में निवेश को बढ़ावा देना है। राज्य सभा ने RERA को 10 मार्च और लोकसभा ने 15 मार्च, 2016 को किया था। 1 मई, 2016 को यह लागू हो गया। 92 में से 59 सेक्शंस 1 मई, 2016 और बाकी 1 मई, 2017 को अस्तित्व में आए। 6 महीने के भीतर केंद्र व राज्य सरकारों को अपने नियमों को केंद्रीय कानून के तहत नोटिफाई करना था।