खाली पड़ी इंजीनियरिंग की सीटें, कॉलेजों के सामने संकट

Empty engineering seats, crisis in front of colleges
खाली पड़ी इंजीनियरिंग की सीटें, कॉलेजों के सामने संकट
खाली पड़ी इंजीनियरिंग की सीटें, कॉलेजों के सामने संकट

डिजिटल डेस्क, नागपुर। नागपुर सहित प्रदेश भर में इंजीनियरिंग की प्रवेश प्रक्रिया शुरू है। बीते कुछ वर्षों की ही तरह इस वर्ष भी इंजीनियरिंग की प्रवेश प्रक्रिया को अल्प प्रतिसाद देखने को मिल रहा है। नागपुर विभाग में 20 हजार से अधिक इंजीनियरिंग की सीटों पर प्रवेश के लिए डीटीई को शुक्रवार शाम तक सिर्फ 10 हजार 468 विद्यार्थियों के पंजीयन प्राप्त हुए। 30 जून आवेदन की आखिरी तारीख है। यदि यही स्थिति शनिवार और रविवार को भी रही तो नागपुर के इंजीनियरिंग कॉलेजों के सामने बड़ा संकट खड़ा हो सकता है।

राज्य उच्च व तकनीकी शिक्षा विभाग (डीटीई) द्वारा 24 जून से नए सिरे से इंजीनियरिंग की प्रवेश प्रक्रिया शुरू की गई है। इसमें पूर्व में जिन विद्यार्थियों ने रजिस्ट्रेशन कराया था, वह अब रद्द हो गया था। विद्यार्थियों को नए सिरे से ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करके सुविधा केंद्रों पर पहुंच कर दस्तावेजों का सत्यापन करना पड़ा। नए शेड्यूल के अनुसार 2 जुलाई को पोर्टल पर प्रोविजनल मेरिट लिस्ट जारी होगी। विद्यार्थी 3 और 4 जुलाई को सुविधा केंद्र पर जाकर इस पर आपत्ति दर्ज करा सकते हैं। 5 जुलाई को अंतिम मेरिट लिस्ट जारी होगी। इसके बाद कैप राउंड की शुरुआत होगी।

यह हुई थी समस्या
20 जून की रात को सीईटी सेल का "सार' पोर्टल ठप गया था। जिसके बाद राज्य में इंजीनियरिंग सहित अन्य व्यावसायिक पाठ्यक्रमों की प्रवेश प्रक्रिया ठप हो गई थी। नए सिरे से प्रक्रिया आयोजित करने के लिए डीटीई द्वारा सेतु केंद्रों को रद्द करके पिछले वर्ष की ही तरह सुविधा केंद्र शुरू किए हैं। इसमें बाकायदा पाठ्यक्रम अनुसार सुविधा केंद्रों का विभाजन किया गया है। इंजीनियरिंग कॉलेजों में इंजीनियरिंग की प्रवेश प्रकिया, एमबीए कॉलेज में एमबीए की और ऐसे ही अन्य पाठ्यक्रमों के लिए संबंधित कॉलेेज में सुविधा केंद्र होगा। यहां नए सिरे से विद्यार्थियों को दस्तावेजों का सत्यापन कराना है।

उल्लेखनीय है कि पिछले कुछ वर्षों से विद्यार्थियों का रूझान इंजीनियरिंग के बदले अन्य फैकल्टी की तरफ देखा जा रहा है। अन्य फैकल्टी से शिक्षा लेकर अच्छी नौकरी के आप्शन देखे जा रहे हैं जबकि इंजीनियरिंग में ऐसा कम हो रहा है।

Created On :   29 Jun 2019 5:53 PM IST

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