पर्यावरण नियमों की उड़ाईं धज्जियां, भारी वाहनों के लिए आनन-फानन में बनाया बायपास 

Environmental rules were flouted, a hastily built bypass for heavy vehicles
पर्यावरण नियमों की उड़ाईं धज्जियां, भारी वाहनों के लिए आनन-फानन में बनाया बायपास 
चंद्रपुर पर्यावरण नियमों की उड़ाईं धज्जियां, भारी वाहनों के लिए आनन-फानन में बनाया बायपास 

डिजिटल डेस्क, चंद्रपुर। आए दिन किसी न किसी वजह से विवादों से घिरी रहनेवाली वेकोलि वणी क्षेत्र ने पर्यावरण नियमों की धज्जियां उड़ाते हुए सागौन समेत अन्य प्रजातियों के अनेक पेड़ बगैर अनुमति के ही काटकर रख दिए हैं। कोयले से लगे भारी वाहनों के लिए घुग्घुस के समीप आनन-फानन में बायपास रोड का निर्माण किया गया लेकिन निर्माण के लिए अनेक पेड़ों की बलि ले ली।  सागौन समेत अन्य प्रजाति के पेड़ों को काटने, रौंदने के साथ उखाड़ फेंके हैं। हालांकि पेड़ काटने से पू्र्व वनविभाग और क्षेत्र की नगर परिषद से अनुमति लेना आवश्यक था लेकिन वेकोलि ने अनुमति लेना जरूरी नहीं समझा। अब वनविभाग ने इस संबंध में कार्रवाई करने की बात कही है। गौरतलब है कि, वणी वेकोलि क्षेत्र की पैनगंगा और मुंगोली खदान से 24 घंटे कोयला लदे भारी ट्रकों की आवाजाही उसगांव, नकोड़ा, घुग्घुस शहर से हुआ करती थी। इससे दुर्घटनाएं बढ़ने के साथ प्रदूषण भी बढ़ने लगा था। इस कारण  उसगांव तथा घुग्घुवासियों ने वेकोलि के खिलाफ चक्काजाम और जनआंदोलन किए। लोगों का बढ़ते रोष को देखते हुए वेकोलि प्रशासन ने नया बायपास मार्ग बनाने का निर्णय लिया। घुग्घुस परिसर के वेकोलि प्रशासन द्वारा हाल ही में निर्मित जीओसी कोयला खदान से बहिरम बाबा मंदिर के पीछे बेलोरा पुलिया तक नये बायपास मार्ग का निर्माण किया गया। इस बीच ओवर बर्डन को मशीनों से ही समतल कर दिया गया। इस कच्ची सड़क को बनाते समय बीच में आनेवाले कई पेड़ों को काट दिया गया। कुछ पेड़ी मिट्टी के टीलेंं के नीचे दब गए। परिसर का जायजा लेने पर कई पेड़ टूटे तो कुछ पूर्ण रूप से झुके हुए नजर आए। जब इस संबंध में वनविभाग से संपर्क किया गया तो जानकारी मिली कि पेड़ काटने के लिए वनविभाग से कोई अनुमति नहीं ली गई। यहां तक कि घुग्घुस नगर परिषद से भी अनुमति नहीं ली गई। कुल मिलाकर वेकोलि प्रशासन ने पर्यावरण नियमों की धज्जियां उड़ाते हुए मनमाने ढंग से पेड़ों की बलि ले ली। वन विभाग ने फिलहाल इस मामले में कार्रवाई की चेतावनी दी है।

पर्यावरण नियमों नहीं किया पालन: पर्यावरण सर्वोपरि का नारा देनेवाली वेकोलि के वणी क्षेत्र ने पर्यावरण नियमों को ताक पर रख दिया। प्रदूषण से जूझते  घुग्घुस में थोड़ेे-बहुत पेड़ थे जिनसे हरियाली नजर आ जाती थी किंतु वेकोलि ने बगैर कोई सोच-विचार किए सारे पेड़ों की बलि ले ली। इतने सारे पेड़ काटने के बाद क्या वेकोलि अब अन्य जगह पौधे लगाएगी, यह सवाल उठने लगा है।  

बंद पड़ी जीओसी खदान से बनाई सड़क : बरसों से बंद नकोड़ा जीओसी खदान के ओवर बर्डन पर पोकलेन जैसी मशीन लगाकर ओबी को समतल किया गया, जिससे बंद पड़ी खदान पर रोड बनाने के लिए डीजीएमएस की अनुमति लेना आवश्यक है  परंतु सूत्रों के अनुसार इसके लिए भी अनुमति नहीं ली गई है। इससे पूर्व भी ऐसी अनेक गंभीर गलतियं वणी वेकोलि क्षेत्र में हो चुकी हैं। 

मेरी जानकारी में ऐसा कुछ नहीं है

तुसी मण्डल, प्रबंधक, पर्यावरण विभाग मेरी जानकारी में ऐसा कुछ नहीं है। पेड़ तो कहीं गिराए नहीं हैं। मुझे इस रोड की कुछ भी जानकारी नहीं है। 

वणी वेकोलि क्षेत्र, ताडाली
नप से नहीं ली अनुमति

अर्शिया जूही, मुख्याधिकारी नगर परिषद, घुग्घुस नगर परिषद से पेड़ काटने की अनुमति वेकोलि ने नहीं ली है। मामले की जांच पड़ताल की जाएगी। 

 

Created On :   14 Dec 2021 6:58 PM IST

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